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किसानों का ‘करनाल मार्च’:दिल्ली के बजाय करनाल तरफ कूच कर गए रोहतक के किसान

किसानों का ‘करनाल मार्च’:दिल्ली के बजाय करनाल तरफ कूच कर गए रोहतक के किसान; पानीपत में आकर कहा- हमारे साथियों को क्यों रोका हैकरनाल और रोहतक के किसानाें को पानीपत में मिलना था और फिर साथ में दिल्ली कूच करना था
जिले में लागू है धारा 144, करनाल के किसान नहीं आए तो रोहतक के किसान हुए करनाल रवानापानीपत आए रोहतक के किसानों ने दिल्ली के बजाय करनाल तरफ कूच कर दिया है। इसकी वजह है कि करनाल में उनके साथियों को रोका हुआ है। रोहतक के किसान जब पानीपत पहुंचे तो उन्हें यहां तय प्रोग्राम अनुसार करनाल के किसानों को मिलना था। इसके बाद दोनों को साथ में दिल्ली जाना था लेकिन करनाल के साथ नहीं आ पाए हैं। सिवाह गांव में आक्रोश जताने के बाद वे करनाल तरफ जा रहे हैं।

रोहतक के किसान नेता अमरीश ने बताया कि रोहतक में हुड्डा खाप के प्रधान ओमप्रकाश को बुधवार रात पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया। इसके बाद उन्होंने आंदोलन में हर हाल में जाने का निर्णय लिया अब वह पानीपत से करनाल जा रहे हैं। वहांं उनके साथियों को रोका हुआ है।

सुबह से तैनात है पुलिस फोर्स

पानीपत के किसानों ने सिवाह गांव में जुटने की तैयारी की थी। किसानों के जुटने की भनक के बाद पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने सिवाह में डेरा डाल लिया है। जिले में पहले से ही धारा 144 लागू की जा चुकी है।कृषि बिलों के विरोध में किसान संगठनों ने गुरुवार को दिल्ली में आंदोलन का ऐलान किया हुआ है। सरकार ने किसानों के दिल्ली कूच को रोकने की पूरी तैयारी की हुई है। बुधवार से ही पंजाब-हरियाणा और हरियाणा-दिल्ली के सभी बॉर्डर सील किए जा चुके हैं। पंजाब और हरियाणा के किसान नेताओं की दिन-रात गिरफ्तारी की जा रही है। पानीपत में अभी तक किसी किसान नेता की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पानीपत के किसान नेता मंगलवार से ही अंडर ग्राउंड हैं। अब किसानों ने शहर से सटे सिवाह गांव में जुटने की तैयारी में थे।

उधर, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी सिवाह में हैं। सिवाह के रास्तों पर पुलिस तैनात है। जिला प्रशासन ने 25 नवंबर से ही जिले में धारा 144 लागू कर दी थी। 27 नवंबर तक यह आदेश प्रभावी रहेगा। ऐसे में किसानों के एक स्थान पर इकट्ठा होने पर उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है। जिससे टकराव की स्थिति बनेगी।

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