US प्रेसिडेंशियल इलेक्शन:रुझानों में जो बाइडेन की बढ़त से अमेरिकी शेयर बाजारों में 120 साल का रिकॉर्ड टूटा, भारतीय बाजार में भी दिखा असरजो बाइडेन की बढ़त से MSCI का इमर्जिंग मार्केट इंडेक्स भी 2.9% ऊपर चढ़ा
इस हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 2279 अंक ऊपर 41,893 पर पहुंच गया हैअमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों में देरी होने और रुझानों में जो बाइडन का आगे रहने से ग्लोबल मार्केट में शानदार तेजी देखने को मिली है। इसी दौरान वॉल स्ट्रीट में बढ़त के सौ सालों से भी अधिक समय का रिकॉर्ड भी टूट गया। दूसरी ओर इमर्जिंग मार्केट में भी शानदार रिकवरी देखने को मिली। भारत के बाजारों में भी तेजी लगातार जारी है। बीएसई का मार्केट कैप पहली बार रिकॉर्ड 163 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है।
चुनाव में जो बाइडन की जीत
डेमोक्रेट पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनेंगे। उनके पास 279 इलेक्टोरल वोट हो चुके हैं। राष्ट्रपति बनने के लिए 270 का आंकड़ा चाहिए। इससे पहले चुनावी नतीजे साफ न होने और जो बाइडन का रुझानों में आगे रहने के कारण वैश्विक बाजारों में शानदार तेजी देखने को मिली। अमेरिका में चुनाव के बाद वॉल स्ट्रीट में रिकॉर्ड बढ़त देखने को मिला।
चुनाव के बाद पहले कारोबारी दिन के लिहाज से अमेरिकी बाजारों में बुधवार को कई रिकॉर्ड बने –
शुक्रवार को बाजार फ्लैट रहा
2016 में राष्ट्रपति चुनाव के बाद अमेरिकी बाजारों में पहले कारोबारी दिन के दौरान भारी बिकवाली देखने को मिली थी। क्योंकि, डोनाल्ड ट्रम्प ने सभी रुझानों को गलत साबित करते हुए जीत हासिल की थी। वहीं, शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट में तीनों इंडेक्स फ्लैट बंद हुए थे।
हालांकि, दो दिनों में डाउ जोंस 496 अंकों की बढ़त के साथ शुक्रवार को डाउ जोंस 28,323.40 अंकों पर बंद हुआ, जो बुधवार को 27,847.70 पर बंद हुआ था। नैस्डैक इंडेक्स भी 314 अंकों की बढ़त देखने को मिली और शुक्रवार को इंडेक्स 12,091.30 पर बंद हुआ। इसी दौरान एसएंडपी 500 इंडेक्स 66 अंकों की बढ़त के साथ 3,509.44 पर बंद हुआ, जो बुधवार को 3,443.44 पर बंद हुआ था।उपरोक्त डेटा के मुताबिक सबसे अमेरिकी बाजारों ने सबसे बेहतर रिटर्न अमेरिका के 42वें राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के कार्यकाल में दिया। तीनों इंडेक्स का औसत रिटर्न 244% रहा। जबकि जॉर्ज बुश जूनियर के कार्यकाल में अमेरिकी बाजारों ने निवेशकों को निराश किया। तीनों इंडेक्स का औसत रिटर्न -35% रहा। दरअसल उनके राष्ट्रपति बनने के एक साल के अंदर ही 9/11 का हमला हुआ था। वहीं, बराक ओबामा के कार्यकाल में भी अच्छी बढ़त देखने को मिली थी, जो मार्केट फ्रेंडली कहे जाने वाले डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल से भी बेहतर है। निवेशकों और अन्य बाजारों की नजर अब देश के नए राष्ट्रपति जो बाइडन पर रहेगी, जो अगले साल 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे।