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डबवाली के खुइयां टोल प्लाजा पर हरियाणा, राजस्थान व पंजाब के किसानों ने डाला पड़ाव

कृषि कानूनों का विरोध:डबवाली के खुइयां टोल प्लाजा पर हरियाणा, राजस्थान व पंजाब के किसानों ने डाला पड़ाव, 6 घंटे तक हाईवे पर रहा जामटोल को पर्ची फ्री करवाकर किसान कॉरपोरेट कल्चर की हकीकत बताना चाहते थे, अब धरना शुरू
कृषि बिलों के विरोध में डबवाली-दिल्ली एनएच 9 के खुइयां टोल प्लाजा पर बुधवार दोपहर बाद हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के सैकड़ों किसानों ने पड़ाव डाल दिया। करीब 5 सौ पुलिसकर्मियों सहित जिले के सभी पुलिस अधिकारियों की तैनाती के बावजूद 7 सौ से ज्यादा किसान प्लाजा के पास पहुंच गए। यहां उन्होंने कृषि बिलों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। पुलिस ने किसानों को टोल से 200 मीटर दूर बेरिकेडिंग कर रोक लिया।

पहले की घोषणा के अनुसार किसान टोल पर्ची मुक्त करने की मांग को लेकर फोरलेन रोड पर बैठ गए और शाम तक अपनी बात पर अड़े रहे। किसान और प्रशासन के बीच बातचीत सिरे न चढ़ने से 6 घंटे तक टोल प्लाजा बंद रहा। रूट डायवर्ट कर वाहनों को निकालना पड़ा। शाम 7 बजे प्रशासन से बातचीत के बाद किसान हाईवे से हटे। हरियाणा किसान एकता मंच के आह्वान पर सुबह 10 बजे से ही 3 राज्यों के किसान सावंत खेड़ा गुरुद्वारा में एकत्रित हुए और हाईवे पर कूच कर दोपहर एक बजे खुइयां टोल प्लाजा के पास पहुंच गए। किसान नेताओं ने सरकार पर कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों के हितों को कुचलने का आरोप लगाया। टोल की तरह खेती में भी नए कानून लागू करने को तानाशाही बताया। इसी दौरान पुलिस ने किसानों को हाईवे छोड़ साइड में विरोध प्रदर्शन की बात कही लेकिन किसान नहीं माने।

कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचानें के लिए है कानून

किसान नेता एसपी सिंह मसीतां, जसवीर भाटी, प्रह्लाद भारूखेड़ा, गुरप्रेम देसू जोधा, रणजीत सिंह आदि किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार ने कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने के लिए खेती को किसानों के हितों पर कुठाराघात कर नए कानूनों से कम्पनियों को सौंपने का रास्ता तैयार किया है। सरकार जिस प्रकार आज अपने हकों की आवाज उठाने वालों को खाकी, डंडे, आंसू गैस के गोलों का डर दिखा रही है ठीक उसी तरह आने वाले दिनों में किसानों को प्रताड़ित किया जएगा।

अधिकारी और किसान अपनी बात पर अड़े रहे

किसानों ने कहा वे चाहते हैं कि खुइयां टोल को मुक्त कर दिया जाए ताकि सरकार को सीधा संदेश दिया जा सके कि किसान अगर विरोध में उतर आए तो कुछ भी कर सकते हैं। इस दौरान किसानों से पुलिस प्रशासन और एसडीएम के नेतृत्व में कई बार बातचीत की गई लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े रहे और प्रशासन इस बात पर अड़ा रहा कि वे टोल प्लाजा पर कोर्ट के आदेशों के चलते किसानों को नहीं जाने दिया जाएगा।

शाम को बातचीत के बाद किसान हाईवे से हटे

शाम को डीसी रमेश चंद्र बिढान और एसपी भूपेंद्र सिंह किसानों के बीच खुुइया टोल प्लाजा पर पहुंचे और चर्चा करते हुए साइड में धरना देने की अनुमति दी। उन्होंने कहा कि आगामी 2 नवंबर तक कोर्ट के आदेश की पालना कर सड़क से साइड में धरना देते हुए शांतिपूर्वक प्रदर्शन किसान करें। करीब 1 घंटे उपरांत किसान मान गए और 7 बजे हाईवे छोड़कर साइड में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। जहां लाइट व अन्य सुविधाएं भी किसानों को मिलने से प्रशासन और आमजन ने राहत की सांस ली है। किसान नेता गुर प्रेम सिंह, अनमोलदीप, मलकीत जत्थेदार, एसपी सिंह, रणजीत फूलो ने कहा कि 2 नवंबर तक साइड पर धरना देंगे।

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