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कैथल, महम व पलवल के शुगर मिलों में चीनी के साथ गुड़ व शक्कर भी होगा तैयार

कैथल, महम व पलवल के शुगर मिलों में चीनी के साथ गुड़ व शक्कर भी होगा तैयार, यूपी के कारीगर बनाएंगेनवंबर में शुरू होने वाले गन्ना पिराई सत्र में कुल क्षमता का 10% तक बनाने की योजनाशुगर मिलों में अब चीनी के साथ साथ गुड़ शक्कर भी तैयार होंगे। हरियाणा सरकार ने प्रदेश के कैथल, महम और पलवल इन तीन सहकारी मिलों में गुड़ शक्कर बनाने के प्रोजेक्ट शुरू करने को हरी झंडी दी है। नवंबर माह में शुरू होने वाले गन्ना पिराई सत्र में इन मिलों में गन्ने के रस से गुड़ व शक्कर भी बनाई जाएगी। पहले चरण में कुल क्षमता का 8 से 10 प्रतिशत गन्ने से ही गुड़ शक्कर बनाने की योजना है।

अगर योजना सफल हुई तो आगामी सीजन से अन्य मिलों में भी इस प्रोजेक्ट को लागू किया जा सकेगा। नवंबर में गन्ने की पेराई का सीजन शुरू होगा। इन मिलों में कुल क्षमता का 8 से 10 प्रतिशत गन्ने से कच्ची मिठाई यानी गुड़-शक्कर बनाया जाएगा। बता दें कि हरियाणा में 10 कोऑपरेटिव शुगर मिल हैं। इसके अलावा असंध में हैफेड का मिल है। इसके अलावा यमुनागर, नारायणगढ़ व टिकारली में प्राइवेट शुगर मिल हैं।

उत्तरप्रदेश समेत कई राज्यों से सप्लाई होता है गुड़-शक्कर: हरियाणा में पहले जहां कोल्हू व कलेसर चलाकर गुड़ शक्कर बनाए जाते हैं वहीं अब पिछले कई वर्षों से यह कार्य बंद हो गया है। कुछ जिलों में इक्का दुक्का कोल्हू ही चलते दिखाई देते हैं। ऐसे में हरियाणा में ज्यादातर उत्तरप्रदेश का गुड़ व शक्कर सप्लाई होता है, इसके अलावा महाराष्ट्र, झारखंड से भी गुड़ पहुंचता है। गन्ना उत्पादक किसान सतीश कुमार, राजकुमार, दयाल सिंह व जगदीश सिंह आदि की मानें तो फिलहाल यूपी से आने वाले गुड़ को बेचने के लिए विक्रेता गांव-गांव गली-गली पहुंच रहे हैं। यह जो गुड़ आ रहा है, वह मसाले व रंग डालकर तैयार किया लोगों को अच्छी क्वालिटी मिलने की उम्मीद है।

35 लाख क्विंटल गन्ना पिराई का लक्ष्य

सरकार के निर्देश पर इस बार शुगर मिल में चीनी के साथ गुड़ शक्कर भी तैयार कराया जाएगा। इसके लिए यूपी से कारीगरों को लाया जाएगा। नए प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाने के लिए प्रक्रिया शुरू करा दी है। मिल ने नए सत्र में करीब 35 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई का लक्ष्य रखा गया है। -जगदीप सिंह, एमडी, शुगर मिल, महम।

मिल में बैगास ब्रिक्स प्लांट स्थापित

कैथल के सहकारी शुगर मिल में नए सत्र में करीब 40 लाख क्विंटल गन्ना की पिराई का लक्ष्य रखा गया है। सरकार के निर्देश पर मिल में इस बार गुड़ शक्कर भी बनाया जाएगा। इसे लेकर भी तैयारियां की जा रही हैं। इसके अलावा मिल में बैगास ब्रिक्स प्लांट स्थापित किया गया है।

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