हिसार एयरपोर्ट पर बिजनेस मीट:हरियाणा में अमेरिका की 30 बड़ी एविएशन कंपनियां प्रोजेक्ट लगाने को राजी: मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टरसीएम की एविएशन कंपनियों से बातचीत
मुख्यमंत्री ने स्पाइस जेट के प्रतिनिधि से मांगी स्टेट्स रिपोर्ट
मुख्यमंत्री मनोहर लाल एवं उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के साथ मंगलवार को हिसार एयरपोर्ट पर हुई बिजनेस मीट में कई विमानन कंपनियों ने हरियाणा में एविएशन क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर उन्नत करने और इस क्षेत्र में रोजगार के लिए ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करने के प्रस्ताव दिए हैं। मीटिंग में कंपनियों के प्रतिनिधियों ने अपने प्रस्ताव रखे। एयर टैक्सी के कैप्टन वरुण सिहाग ने बताया कि उनकी कंपनी के पास तीन सीटर और 9 सीटर विमान हैं। उनकी कंपनी हिसार से देहरादून और हिसार से चंडीगढ़ तक की उड़ान शुरू करने के लिए तैयार है। इस दौरान स्पाइस जेट कंपनी के प्रतिनिधि जितेंद्र पांडेय को मुख्यमंत्री ने पूछा कि उनकी कंपनी के प्रोजेक्ट का क्या स्टेट्स है। इस पर पांडेय ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण कुछ देरी हुई है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनका प्रोजेक्ट जल्द शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने सभी कंपनियों के प्रतिनिधियों को उनके प्रोजेक्ट को हरियाणा में स्थापित करने के लिए हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया। अमेरिका-भारत एविएशन कॉर्पोरेशन प्रोग्राम के डायरेक्टर संदीप बहल ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि अमेरिका की 30 बड़ी एविएशन कंपनियां हरियाणा में अपने प्रोजेक्ट लगाना चाहती हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने अपने अमेरिका दौरे के दौरान एविएशन प्रोजेक्ट्स के बारे में हुई चर्चा का जिक्र किया। हैवस कंपनी के सीएमडी अंशुल भारद्वाज ने बताया कि उनकी कंपनी का उद्देश्य एयरक्राफ्ट के कंपोनेंट की मेंटेनेंस का प्लांट लगाने का है। एफएसटीसी कंपनी के एमडी कैप्टन दिलावर सिंह बसरों ने बताया कि उनका प्रोजेक्ट कॉमर्शियल पायलट ट्रेनिंग देने का है। इसके लिए उनकी कंपनी प्राइवेट सहयोगी के रूप ने सरकार के साथ काम करना चाहती है। ब्लू सिनर्जी कंपनी की एमडी नीलू खत्री ने बताया कि उनकी कंपनी का उद्देश्य एविएशन के क्षेत्र में ग्रुप सी और डी की नौकरी के लिए जरूरी कोर्स की ट्रेनिंग देना है। एविएशन के क्षेत्र में हरियाणा के युवाओं को टेक्नीशियन, रन-वे हैंडलर्स, रन-वे पर गाड़ियां चलाने की ट्रेनिंग, एटीसी स्टाफ और सिक्योरिटी आदि में दक्ष बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। हरियाणा के किसी सरकारी विश्वविद्यालय से समझौता किया जाएगा। ट्रेनिंग लेने वाले युवाओं को अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त अथॉरिटी का सर्टिफिकेट भी उपलब्ध कराएंगे।