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समस्या:सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी की वजह से फ्लोर वाइज रजिस्ट्री हुई बंदहाउसिंग बोर्ड का डेटा

समस्या:सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी की वजह से फ्लोर वाइज रजिस्ट्री हुई बंदहाउसिंग बोर्ड का डेटा अपलोड नहीं होने से लोगों की नहीं हो रही रजिस्ट्रीसरकार की ओर से तहसीलों में होने वाले फर्जीवाड़े को रोकने के लिए सॉफ्टवेयर अपग्रेड कर उसमें जमीनों से संबंधित पूरा आंकड़ा अपलोड किया गया था। सरकार के रेवेन्यू विभाग की लापरवाही की वजह से तहसीलों में न ही फ्लोर वाइज रजिस्ट्री हो रही है और न ही हाउसिंग बोर्ड के मकानों की रजिस्ट्री हो रही है। सरोज गुप्ता को सेक्टर-7 के मकान नंबर 710 का सेकंड फ्लोर खरीदना था।

एचएसवीपी से ट्रांसफर परमिशन लेटर बना एक महीना हो गया लेकिन अभी तक रजिस्ट्री नहीं हुई है। बताया कि फ्लोर वाइज रजिस्ट्री पॉलिसी के मुताबिक तहसील के अपग्रेडेड सॉफ्टवेयर में डाटा नहीं होने की वजह से रजिस्ट्री नहीं हो रही है। करीब दो हफ्ते से तहसील का चक्कर लगाकर थक चुके हैं लेकिन रजिस्ट्री नहीं हुई।

दरअसल, सेक्टर-7 के मकान नंबर 710 का कुल कवर्ड एरिया 210 स्क्वेयर मीटर का है। एचएसवीपी के अलॉटमेंट लेटर के नियम के मुताबिक फ्लोर वाइज रजिस्ट्री में ग्राउंड फ्लोर का 50 प्रतिशत, फर्स्ट फ्लोर का 30 प्रतिशत और सेकंड फ्लोर का 20 प्रतिशत का कलेक्टर रेड लगेगा। हेमंत किंगर ने बताया कि कंप्यूटर में गलत रिकार्ड अपलोड होने की वजह से फ्लोर वाइज रजिस्ट्री का डाटा ग्राउंड फ्लोर के लिए कलेक्टर रेट का 100 प्रतिशत, फर्स्ट फ्लोर का 70 प्रतिशत और सेकंड फ्लोर का 60 प्रतिशत है।

मकान के सेकंड फ्लोर की रजिस्ट्री के लिए जब सॉफ्यवेयर में डाटा अपलोड किया जाता है तो रजिस्ट्री की कुल कीमत 61 लाख से बढ़कर 90 लाख हो रही है। जिसमें स्टाम्प ड्यूटी भी तीन गुना लग रही है और रजिस्ट्री चार्ज भी तीन गुना है। जिसकी वजह से पिछले करीब दो हफ्ते से रजिस्ट्री नहीं हो रही है। अब उन्होंने डीसी को मैनुअल रजिस्ट्री के लिए आवेदन दिया है।

हाऊसिंग बोर्ड की प्रॉपर्टी का टोकन नहीं मिल रहा

सरकार के रेवेन्यू विभाग की ओर से तहसील के अपग्रेडेड सॉफ्टवेयर में अभी तक हाउसिंग बोर्ड के मकानों व फ्लैट्स का आंकड़ा अपलोड नहीं किया गया है। ऐसे में पिछले करीब तीन महीनों से लोग तहसील से लेकर प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तरों का चक्कर लगाकर परेशान हो रहे हैं। सेक्टर-15 के अनिल ने बताया कि उन्होंने हाउसिंग बोर्ड का मकान खरीदने के लिए बयाना भी दे दिया लेकिन तहसील में रिकॉर्ड नहीं होने की वजह से रजिस्ट्री नहीं हो रही है।

बैक डोर से मैनुअली हो रही रजिस्ट्री

जानकारी के मुताबिक तहसील में फ्लोर वाइज रजिस्ट्री बैकडोर से मैनुअली की जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन के सीनियर अधिकारियों की परमिशन लेनी पड़ती है। मैनुअली रजिस्ट्री की परमिशन सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलती है जिनकी पहुंच सरकार व प्रशासनिक अधिकारियों तक होती है।

50 की बजाय 100% स्टाम्प ड्यूटी दिखा रहा

जानकारी के मुताबिक तहसील के सॉफ्टवेयर में प्रॉपर आंकड़ा व डिटेल नहीं होने की वजह से दो भाईयों की प्रॉपर्टी के खरीद फरोख्त में परेशानी हो रही है। नियम के मुताबिक दो भाईयों में से अगर कोई एक अपना आधा हिस्सा बेचना चाहता है तो उस पर 50 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी लगेगी। तहसील के अपग्रेडेड सॉफ्टवेयर में 50 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी के बजाए 100 प्रतिशत स्टाम्प ड्यूटी दिखा रहा है और उसकी वजह से ये परेशानी हो रही है।

आइटी डिपार्टमेंट को दी गई है जानकारी : शर्मा

पंचकूला तहसीलदार पुण्यदीप शर्मा ने बताया कि सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी को लेकर आईटी डिपार्टमेंट से बात की गई है। संभावना है कि जल्द से जल्द सॉफ्टवेयर में अपलोडेड आंकड़ों को ठीक किया जाएगा, ताकि तहसीलों में आने वाले लोगों को कोई परेशानी नहीं हो।

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