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समर्थनएमडीयू के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के चुनाव 29 को, चुनाव चिह्न बांटे, प्रचार शुरू

गैर शिक्षक कर्मचारी संघ चुनाव:यादव गुट ने एक नामांकन वापस ले निनी के सहसचिव का किया समर्थनएमडीयू के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के चुनाव 29 को, चुनाव चिह्न बांटे, प्रचार शुरू
महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी (एमडीयू) के गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के चुनाव को लेकर अब चार पैनल के बीच जमकर घमासान होगा। शुक्रवार को कर्मचारी संघ के कार्यालय में दिनभर चुनावी सरगर्मियां छाई रही। सभी पदाें के लिए आए 48 नामांकन में से 11 की वापसी हो गई है। ऐसे में अब चार पैनल पूरे मैदान में हैं, लेकिन खास बात यह है कि एक पैनल के पास इस बार अपना सहसचिव नहीं होगा।

राजेंद्र यादव गुट ने निरंजन उर्फ निनी गुट के सहसचिव पर ही अपनी भी मुहर लगा दी है, यानि सीधे तौर पर अपने सहसचिव पद के प्रत्याशी नरेश का नामांकन वापस लेकर निनी गुट के सहसचिव प्रवीन जेडीईओ को ही अपना समर्थन दे दिया है। खास बात यह है कि इस बार पैनल के लिए छपवाए गए अपने पर्चों में भी यादव गुट ने सहसचिव की फोटो हटाकर विशेष तौर पर दूसरे गुट के प्रत्याशी को समर्थन की बात लिख दी है, जोकि कर्मचारियों के बीच शुक्रवार को काफी चर्चा में रहा। चूंकि ऐसा पहली बार देखने में आया है।

इस पर राजेंद्र यादव ने कहा कि उन्हें प्रवीण को व्यवहार अपने अनुकूल लगा, इसलिए अपने प्रत्याशी काे मनाकर उसका नामांकन वापस करवा लिया गया है। हम चुनाव लड़ने में कम काम करवाने में विश्वास करते हैं। चाहे कोई भी जीते हमारे उठाए मुद्दों को पूरा करवा दें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि काम कराने वाले हमारा पूरा समर्थन रहेगा। वहीं दूसरी ओर, उम्मीदवार अपनी जीत के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।

सर्वसम्मति से 7 सदस्य चयनित

नामांकन वापसी का शुक्रवार को अंतिम समय तीन बजे तक तय किया गया था। तभी चुनाव अधिकारी ने बताया कि अब दो श्रेणियों केे पदों पर चुनाव होना संभव है। ऐसे में चुनाव कार्यालय में सभी पैनल के पदाधिकारी मौजूद थे और सभी के बीच आपस में रायशुमारी बनी कि आखिर दो पदों पर चुनाव की प्रक्रिया से चुनावी कार्यवाही बढ़ जाएगी।

ऐसे में सभी ने मिलकर तय किया कि यदि श्रेणी एक से दो नामांकन वापस हो जाए तो यहां भी सर्वसम्मति बन सकती है। इसके बाद चर्चा की गई कि आखिर किसका नामांकन उठवाया जाए। विजेंद्र सांगवान को वरिष्ठ साथी मानते हुए उनके नाम को टाल दिया गया और आखिर में मनजीत और रामबीर जोकि युवा साथी थे, उन्हें ही मनाकर दोनों का नामांकन वापस करवाया गया। इसके बाद श्रेणी एक में भी सर्वसम्मति से सात सदस्य चयनित माने गए।

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