पंजाब की तर्ज पर हरियाणा सीएमओ में नया पद क्रिएट, दीपेंद्र सिंह ढेसी बने चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरीहरियाणा विद्युत विनियामक आयोग का चेयरमैन रह चुके पूर्व मुख्य सचिव दीपेंद्र सिंह ढेसी को सोमवार को मिली मुख्यमंत्री कार्यालय में दमदार एंट्री
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भरोसेमंद अधिकारियों में होती है हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रहने वाले 1982 बैच के आईएएस अधिकारी ढेसी की गिनतीहरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) के चेयरमैन रहे पूर्व मुख्य सचिव दीपेंद्र सिंह ढेसी की सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में दमदार एंट्री मिली है। हरियाणा सरकार ने ढेसी के लिए मुख्यमंत्री के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी (मुख्य प्रधान सचिव) का पद क्रिएट किया गया और सोमवार शाम इस पद पर उनकी नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए। हालांकि हरियाणा में पंजाब की तर्ज पर पहली बार कोई अधिकारी मुख्यमंत्री का चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी लगाया गया है।
दरअसल, मौजूदा समय में राजेश खुल्लर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी की भूमिका में थे। वह विश्व बैंक में कार्यकारी निदेशक बन गए हैं और 25 अक्टूबर के बाद किसी भी समय उनकी रवानगी हो सकती है। इससे पहले सोमवार को खुल्लर ने सीएम को सुबह ही अपने निवास पर बुला लिया था। लंबी मंत्रणा के बाद शाम को मुख्य सचिव विजयवर्धन ने दीपेंद्र सिंह ढेसी के मुख्यमंत्री के चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनने संबंधी आदेश जारी किए।
1982 बैच के आईएएस अधिकारी हैं ढेसी
1982 बैच के आईएएस अधिकारी ढेसी मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के रहने वाले हैं। उनकी गिनती मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भरोसेमंद अधिकारियों में होती है। प्रदेश के 32वें मुख्य सचिव के पद पर उनकी नियुक्ति 31 दिसंबर 2014 को हुई थी। उन्हें केंद्र में डेपुटेशन से वापस बुलाकर मुख्य सचिव बनाया गया था। ढेसी ने करीब पौने पांच साल तक मुख्य सचिव के पद पर कार्य किया और 30 जून 2019 को रिटायर हो गए थे। रिटायरमेंट के बाद ढेसी को 16 अगस्त 2019 को हरियाणा विद्युत विनियामक आयोग (एचईआरसी) का चेयरमैन नियुक्त किया गया। ढेसी इस पद पर पूरे एक साल तक रहे और अब उनकी मुख्यमंत्री कार्यालय में जबरदस्त तरीके से एंट्री हुई है।
जल्द हो सकता है सीएमओ में ये बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री के मौजूदा प्रिंसिपल सेक्रेटरी राजेश खुल्लर के वाशिंगटन डीसी जाने के तुरंत बाद सीएमओ में बड़ा बदलाव तय है। अगले आदेश तक राजेश खुल्लर ही सीएम के प्रधान सचिव बने रहेंगे। फिलहाल सीनियर आईएएस अधिकारी वी उमाशंकर सीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव और आईआरएस अधिकारी योगेंद्र चौधरी भी इसी पद पर कार्य कर रहे हैं। चंडीगढ़ के डीसी मनदीप बराड़ की पत्नी आईएएस आशिमा बराड़ सीएम की उप प्रधान सचिव हैं।
संभावना जताई जा रही हैं कि मुख्यमंत्री सीएमओ में किसी नए अधिकारी की एंट्री कराने के बजाय वी उमाशंकर और योगेंद्र चौधरी को समान रूप से पावरफुल बना सकते हैं। मसलन दोनों अफसरों को सीएम का प्रधान सचिव नियुक्त करके अलग-अलग काम बांटा जा सकता है। इनकी रिपोर्टिंग चीफ प्रिंसिपल सेक्रेटरी डीएस ढेसी को होगी। वहीं आशिमा बराड़ को सीएम का अतिरिक्त प्रधान सचिव नियुक्त किया जा सकता है।