नहरबंदी से शहर में पेयजल संकट:सेक्टरों में पानी आपूर्ति का समय आधा घंटा बढ़ा, 1 दिन छाेड़कर मिलेगी सप्लाईहुडा के कार्यकारी अभियंता बोले- जहां जरूरत वहां टैंकर से पहुंचाएंगे पानीनहरबंदी काे लेकर शहर के मोहल्लों और सेक्टराें में पानी की समस्या बराबर है। जलघराें में पानी की मात्रा घटने से भी किल्लत बढ़ी है। इसके बावजूद हुडा ने सेक्टराें में पानी सप्लाई की समयावधि काे आधा घंटा बढ़ाया है। पानी समस्या के मामले पर पार्षद अमित ग्राेवर और जजपा नेता जितेंद्र श्याेराण अलग-अलग जाकर हुडा के कार्यकारी अभियंता से मिले। पार्षद अमित ग्राेवर ने बताया कि सेक्टर 16-17 और सेक्टर 9-11 में पानी की सप्लाई में समय बढ़ाने की मांग पर अधिकारियों ने सप्लाई का समय आधा घंटा बढ़ाया है।
हिसार संघर्ष समिति के प्रधान एवं जजपा नेता जितेंद्र श्योराण ने सेक्टरों में व्याप्त पेयजल किल्लत को लेकर सोमवार को हुडा के एक्सईएन पवन वर्मा से मुलाकात की। उन्होंने एक्सईएन के समक्ष पानी की समस्या को प्रमुखता के साथ उठाया और समय सारिणी के अनुरूप सेक्टरों में वाटर सप्लाई न आने पर आपत्ति जताते हुए पेयजल संकट से जूझ रहे सेक्टरवासियों के घरों तक वाटर टैंकर भिजवाने की मांग की। वहीं दूसरी तरफ पुराने शह के साथ पाइपलाइन एरिया के अंतिम छोर के वाले घरों में भी सप्लाई नहीं पहुंच रही है। मॉडल टाउन, शांत विहार, टॉवर एन्क्लेव सहित कई इलाकों में लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। लोग पैसे देकर वाटर टैंकर मंगवा रहे हैं।
इन सेक्टराें में ऐसी हाेगी जलापूर्ति
सेक्टर 13 में सुबह 6 बजे से 7:30 बजे तक
सेक्टर 16-17 में
सुबह 4:00 से 8:00 बजे
सेक्टर 9-11 सुबह 8:00 बजे से 12:00 बजे
कम प्रेशर होने के कारण घरों में नाम मात्र ही पहुंच रहा पानी
पार्षद ग्रोवर और सेक्टरवासियों ने कहा कि सेक्टर 13 में रविवार को मात्र 40 मिनट पानी दिया गया और साेमवार काे 1 घण्टा पानी की सप्लाई आई। जबकि विभाग ने डेढ़ घण्टा पानी सप्लाई का समय दिया था। इसी तरह सेक्टर 16-17 में एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई दी जा रही है लेकिन पानी का प्रेशर नहीं है जिससे नाम मात्र पानी पहुंच रहा है।
डाबड़ा माइनर में पानी न आने से किल्लत : वर्मा
हुडा के कार्यकारी अभियंता पवन वर्मा ने आश्वासन दिया कि सेक्टरवासियों के लिए वाटर टैंकराें का इंतजाम किया जाएगा। हुडा के सेक्टरों में पेयजल सप्लाई के जो कनेक्शन हैं, उनकी जगह पर सबमर्सिबल पानी का इस्तेमाल करें और ज्यादा से ज्यादा पानी बचाते हुए विभाग का सहयोग करें। उन्हाेंने कहा कि डाबड़ा माइनर में पानी न अाने से पानी की किल्लत ज्यादा बढ़ी है।