अमरुत योजना कब होगी पूरी:शुरुआती साल एनओसी लेने में बीता, जून 2019 में पूरा होना था प्रोजेक्ट, गड्ढों और धूल से लोग परेशानडेडलाइन के एक साल बाद भी 30 फीसदी से ज्यादा काम अधूरा
जून 2018 में शुरू हुई थी योजना, दो साल बाद भी 70 प्रतिशत काम हुआ पूरासवा दो साल बाद भी अमरुत (अटल मिशन फॉर रेन्यूवेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन) योजना के तहत शहर में डाले जाने वाली सीवरेज व बरसाती पाइप लाइन नहीं डल सकी है। योजना के तहत बरसाती और सीवरेज का पानी निकलना तो शुरू नहीं हुआ, लेकिन गड्ढों व धूल मिट्टी ने जरूर लोगों का पसीना निकालकर रख दिया है। शहर का अधिकतर हिस्सा अमरुत योजना के तहत खोद तो दिया, लेकिन पाइप डलने के बाद आज तक उन पर सड़कें नहीं बन सकी है। अब तक 70 प्रतिशत काम ही पूरा हुआ है। बाकी 30 प्रतिशत काम बाकी है।
जून 2018 में शुरू हुई योजना को जुलाई 2019 में पूरा किया जाना था, लेकिन एनओसी न मिलने की वजह से काम शुरू नहीं हो सका। लगभग एक साल में जाकर सभी विभागों से एनओसी मिली। उसके बाद जाकर काम शुरू हो सका। शहर में कुल 21.76 किमी लंबी बरसाती पानी की पाइप लाइन डलनी थी। इसके अलावा नई अनाज मंडी में पंपिंग स्टेशन बनाया जाना था। इसमें से अभी लगभग 4 किलोमीटर लंबी बरसाती पाइप लाइन बिछानी बाकी है। यही हाल सीवरेज लाइन का है।
शहर में 10440 मीटर में सीवरेज लाइन दबाई जानी थी लेकिन अब तक 8957 मीटर में ही यह लाइन दबी है। लगभग 1500 मीटर में सीवरेज दबने बाकी हैं। इन कार्यों को पूरा करने के लिए अब तक एनओसी, पोल शिफ्टिंग का काम पूरा नहीं हो सका है। इसके चलते काम में देरी हो रही है। सड़कों पर गड्ढे बने हुए हैं। धूल-मिट्टी उड़ने से जनता परेशान है। जहां पाइप लाइन दबी है, वहां आए दिन वाहन धंसने की घटनाएं हो रही हैं। नरवाना रोड पर लगभग 2600 मीटर के अलावा पुरानी अनाज मंडी से रानी तालाब और रानी तालाब से गोहाना रोड, दालमवाला अस्पताल से नई सब्जी मंडी तक लाइन बिछनी बाकी है। ऐसे में अगले दो माह में यह काम पूरा होने की उम्मीद है और डेडलाइन दोबारा बढ़ने की संभावना है।
बरसाती पानी निकासी योजना
योजना की शुरुआत 6 जून 2018
योजना की समाप्त होने की अवधि 5 जून 2019
योजना की शुरुआत में बजट 199719047
13 फरवरी को 2020 को बढ़ाया गया बजट 46513365
कुल बजट 246232422
काम पूरा होने की डेडलाइन 31 दिसंबर 2020
काम बाकी 30 फीसदी
एनओसी की वजह से बढ़ गया बजट
एनओसी न लेने के कारण योजना का बजट बढ़ गया। खुदाई के दौरान मिट्टी को उठाने के लिए आने वाले खर्चे को भी नहीं जोड़ा गया था। इस वजह से खुदाई के लिए ली जाने वाली एनओसी पर ही लगभग 9 करोड़ रुपए की राशि खर्च हो गई। जो शुरुआत में मंजूर हुए बजट का 47 प्रतिशत था। इसके चलते बाद में 13 फरवरी 2020 में और बजट मंजूर किया गया।
सीधी बात डॉ. आदित्य दहिया, डीसी
Q. शहर में अमरुत का काम लंबे समय से चल रहा है। कब पूरा होगा?
A. अमरुत योजना के तहत काफी दिक्कतें आईं। रोहतक रोड पर लंबे समय से काम बंद रहा। यह मामला संज्ञान में है। इसे तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
Q. सड़कों में गड्ढे बन चुके हैं और आए दिन हादसे हो रहे हैं?
A. संबंधित ठेकेदार को रोड ठीक करने को कहा गया है। उसके बाद पीडब्ल्यूडी भी काम पूरा करेगा। उन्होंने कुछ समय मांगा है।
Q. धूल-मिट्टी उड़ने से भी लोग परेशान हैं।
A. जहां काम चल रहा है, वहां पानी का छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं।
Q. काम समय पर पूरा न होने पर क्या कार्रवाई की जाएगी?
A. संबंधित ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश डीएमसी को दिए गए हैं। साथ ही दंड लगाने को भी कहा गया है।