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सोहना रोड हाइवे पर 22 किलोमीटर तक एलिवेटिड फ्लाईओवर निर्माण में ग्रेप नियमों की हो रही अनदेखी

लापरवाही:सोहना रोड हाइवे पर 22 किलोमीटर तक एलिवेटिड फ्लाईओवर निर्माण में ग्रेप नियमों की हो रही अनदेखी गुड़गांव में वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार पहुंचादिल्ली-एनसीआर में गुरुवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) लागू कर दिया गया, लेकिन पहले दिन इसके तहत बनाए गए नियमों की अनदेखी देखने को मिली। सड़कों पर धूल उड़ने से रोकने के लिए शहरी क्षेत्र में ना के बराबर छिड़काव किया गया। कुछ क्षेत्रों में ही नाममात्र छिड़काव किया गया। वहीं सोहना रोड हाइवे पर करीब 22 किलोमीटर तक चल रहे सिक्स लेन व एलिवेटिड फ्लाई ओवर के काम में पॉल्यूशन रोकने में अनदेखी की जा रही है।

दैनिक भास्कर की टीम ने गुरुवार को सोहना रोड पर चल रहे निर्माण का जायजा लिया, बादशाहपुर के आसपास ही एक दो स्थानों पर छिड़काव किया गया, जबकि करीब 20 किलोमीटर लंबे क्षेत्र में धूल मिट्टी उड़ती रही। जबकि ग्रेप को कड़ाई से लागू करने के लिए दो दिन पहले डीसी अमित खत्री ने सभी अधिकारियों को आदेश दिए थे, लेकिन किसी भी अधिकारी ने निर्माण कार्य पर कोई कार्रवाई नहीं की। सोहना रोड पर बादशाहपुर कस्बा से लेकर सोहना तक कई स्थानों पर ट्रकों में जेसीबी से धूल उड़ाते हुए मिट्टी डालते दिखी।

इसके अलावा सड़क से धूल मिट्टी तक नहीं हटाई गई, जिससे जगह-जगह दिनभर धूल उड़ती रही। इसके अलावा एसपीआर रोड पर ही स्वीपिंग मशीन से सफाई नहीं किए जाने से धूल उड़ती मिली। सुबह 10.30 बजे सोहना रोड पर धुनेला के नजदीक पोकलेन मशीन से ट्रकों में मिट्टी भरते दिखी तो वहां आसपास दूर-दूर तक मिट्टी उड़ती रही।

वहीं इसकी मॉनिट्रिंग करते कोई अधिकारी नहीं दिखा। इसी तरह द्वारका एक्सप्रेस-वे, दिल्ली गुड़गांव सीमा पर बने यूटर्न अंडरपास का निर्माण व यू-टर्न फ्लाई ओवर काम भी शंकर चौक पर चल रहा है। लेकिन किसी भी स्थान पर पॉल्यूशन को कम करने के लिए छिड़काव होते नहीं दिखा। ऐसे में रोड निर्माण में पॉल्यूशन के प्रति सरकारी कामों में इस तरह की अनदेखी पॉल्यूशन का स्तर बढ़ा रही है।

पॉल्यूशन बढ़ा रहा अस्थमा के पेशेंट, गर्भवती को ज्यादा खतरा
सिविल अस्पताल के फिजिशियन डा. नवीन का कहना है कि यूं तो आज बच्चे और बुजुर्ग अस्थमा चपेट में आ रहे हैं। लेकिन अगर कोई गर्भवती इसकी चपेट में आ जाती है तो उसके बच्चे को इससे ज्यादा दिक्कत हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान अस्थमा के कारण भ्रूण के लिए नवजात हाइपोक्सिया, अंतर्गर्भाशयी विकास प्रतिबंध, समय से पहले जन्म होना, कम वजन के साथ पैदा होना, भ्रूण और नवजात की मृत्यु होने आदि का खतरा रहता है।

पिछले 2 दिन से पॉल्यूशन का स्तर लगातार बढ़ रहा
गुड़गांव में पिछले दो दिन से पॉल्यूशन का स्तर लगातार बढ़ रहा है। जहां गत बुधवार को गुड़गांव के सेक्टर-51 में सबसे अधिक एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 292 व विकास सदन में 281 पॉइंट दर्ज किया गया। वहीं गुरुवार को सेक्टर-51 में एयर क्वालिटी इंडेक्श का स्तर 303 तक पहुंच गया। इसके अलावा विकास सदन पर 313 दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम स्तर 400 पार दर्ज किया गया।

क्या कहते हैं अधिकारी
गुड़गांव पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी कुलदीप सिंह ने कहा कि जो भी कार्रवाई ग्रेप को लेकर की गई है, वहीं शक्तिसिंह नोडल ऑफिसर ही बता सकते हैं। लेकिन निगम क्षेत्र में निगम कमिश्नर व निगम से बाहर के क्षेत्र में नियमों के उल्लंघन पर डीडीपीओ कार्रवाई कर सकते हैं।

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