कार्रवाई:सेनिटाइजर फैक्ट्री के पीछे चल रही नकली देसी शराब बनाने की फैक्ट्री सीएम फ्लाइंग ने पकड़ी, पानीपत के सेक्टर-25 का जोनी देता था कच्चा मेटिरियल स्पिरिट, केमिकल व पानी मिलाकर माल्टा ब्रांड की नकली शराब तैयार कर गांवों में सप्लाई करते थे
पानीपत के सेक्टर-25 का जोनी उपलब्ध कराता था शराब बनाने का कच्चा मेटिरियलसीएम फ्लाइंग टीम ने जटवाड़-मौली रोड पर गांव सरकपुर में छापा मारकर नकली देसी शराब बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी। यहां माल्टा ब्रांड के नाम पर नकली शराब तैयार कर अम्बाला, पंचकूला व कुरुक्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में सप्लाई की जाती थी। नकली शराब बनाने का यह काम एक सेनिटाइजर फैक्ट्री के पीछे की इमारत में चल रहा था, इस वजह से किसी को शक भी नहीं होता था। जिस जगह यह फैक्ट्री पकड़ी, वहां से 10 लोग पकड़े हैं।
सीएम दस्ते की कार्रवाई आधी रात के बाद शुरू हुई और रविवार तड़के तक चली। जिसके बाद रायपुररानी थाने में सीएम दस्ते के सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार की शिकायत पर आपराधिक धोखाधड़ी, एक्साइज एक्ट समेत कई धाराओं में केस दर्ज हुआ है। यह नकली शराब की फैक्टरी क्रॉकरी और सेनेटाइजर की फैक्ट्री के पीछे लॉकडाउन से पहले की चल रही थी। यहां से गिरफ्त में आए कृष्ण को अभी पुलिस सरगना मान रही है।
उसके खिलाफ अम्बाला और पंचकूला में पहले भी एक्साइज एक्ट में 10 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। प्रारंभिक जांच में कृष्ण और रणबीर ने पुलिस को बताया कि पानीपत सेक्टर-25 के जोनी से वह शराब बनाने का सामान लेकर आते थे। इसके अलावा बरवाला के गांव बतौड़ का पुष्पेंद्र स्पिरिट और गत्ता पेटी उपलब्ध करवाता था। पुलिस इन दोनों को गिरफ्तार करने के प्रयास में लगी है।
नकली शराब तैयार कर साहा, शहजादपुर, नारायणगढ़ और शाहाबाद के इलाके में बेची जाती थी। सस्ती होने के चलते इसकी डिमांड रहती थी। देसी शराब का ब्रांड माल्टा लगभग सभी शराब फैक्ट्री बनाती हैं। इसमें सिर्फ आगे का नाम अलग-अलग है। जैसे रसीला संतरा माल्टा, कैश माल्टा, ताजा माल्टा समेत कई ब्रांड हैं।
इन लोगों पर केस दर्ज
कृष्ण सरकपुर, रणबीर मिर्चपुर हिसार, जयबीर बरेली यूपी, राजेश कुुमार शहजादपुर, रामलखन बरेली, प्रेम सिंह बरेली, भीम सिंह बिलासपुर नारायणगढ़, सगुन बुहावा कुरुक्षेत्र, सुरेंद्र पाल साहा, गौतम साहा व पुष्पेंद्र सिंह बतौड़ को नामजद किया गया है।
ये सामान बरामद हुआ
आरोपियों से 86 हजार रुपए की नकदी, 33 पेटी माल्टा का लेबल लगी शराब, एक हजार लीटर शराब की टंकी, 340 लीटर स्पिरिट, सील लगाने की मशीन, मोहर, 1170 लेबल, 1440 होलोग्राम, 10 हजार खाली बोतलें, ढक्कनों से भरा कट्टा, शराब की सप्लाई में इस्तेमाल होने वाली पांच गाड़ियां जिनमें एक मारुति-800, 2 स्विफ्ट डिजायर कार व एक इनोवा शामिल है। मारुति 800 कार जगाधरी में रवि कुमार के नाम पर, एक स्विफ्ट डिजायर पानीपत में बृजमोहन के नाम पर तो दूसरी बराड़ा में गौतम के नाम पर रजिस्टर्ड है। यहां गत्ते की पेटियां भी मिलीं।
पिकाडली के नाम से शुगर मिल और एनवी के नाम से बधौली में शराब फैक्ट्री
पुलिस को मौके से भारी मात्रा में ढक्कन बरामद हुए हैं। एक लिफाफे में जो ढक्कन मिलें हैं, उन पर पिकाडली एग्रो इंडस्ट्री लिखा है। इस नाम से करनाल में शुगर मिल है। जिसमें बॉटलिंग प्लांट भी है। जबकि एक कट्टे में जो ढक्कन मिलें हैं, उनके ऊपर एनवी लिखा है। एनवी ग्रुप की नारायणगढ़ क्षेत्र में बधौली के पास शराब फैक्ट्री है। पुलिस जांच कर रही है ये ढक्कन कहां तैयार किए जाते थे।