प्रशासन ने टेके घुटने:छह दिन बाद सरकार ने मानी मांगें तो मिलर्स ने खत्म की हड़ताल, अब लेंगे धान खरीद में हिस्सा आज से सरकारी ठेकेदार के साथ मिलर्स भी करेंगे अपने वाहनों से मंडियों से उठानप्रदेश में धान की खरीद न होने से पिछले 6 दिन से किसान परेशान थे और रोज जिलों में प्रदर्शन हो रहे थे। लेकिन शुक्रवार शाम को चंडीगढ़ में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और अधिकारियों के साथ मीटिंग में सरकार ने भी मिलर्स की मांगें मानी ली। इसके बाद मिलर्स ने हड़ताल खत्म करने का ऐलान कर दिया।
अब मिलर्स के साथ-साथ सरकार की तरफ से भी मंडियों से उठान किया जाएगा। इसकी पुष्टि हरियाणा राइस मिलर्स एसोसिएशन के चेयरमैन ज्वैल सिंगला ने भी की। उन्होंने कहा कि शनिवार से सभी मिलर्स पहले की तरह खरीद में हिस्सा लेंगे। सरकार को पूरा सहयोग दिया जाएगा, क्योंकि सरकार ने उनकी मांगे मान ली हैं। इस बारे बाकायदा लिखित में भरोसा अधिकारियों ने दिया है।
इन प्रमुख मांगों पर बनी सहमति
मिलर्स को अपने वाहनों की सूची देनी होगी। सरकार के ठेकेदार भी मंडियों से धान उठा कर शैलर तक पहुंचाएंगे।
मिलर्स भी वाहनों से धान मंडियों से शैलर तक ला सकेंगे। इसे लेकर एजेंसियों के साथ तालमेल करना होगा।
ठान के बदले में सरकारी एजेंसी मिलर्स को किराया भी देगी।
शैलर मालिकों को खरीदे गए धान को सुखा कर चावल बनाने की भी छूट सरकार ने दी है।
सरकार ने मिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन जिलास्तर की बजाए चंडीगढ़ मुख्यालय में कर दिया था, जिसका मिलर विरोध जता रहे थे। अब मिलिंग रजिस्ट्रेशन अब जिलास्तर पर करने की बात मान भी ली है।