यूपी-हरियाणा पुलिस में विवाद:खनन जोन बेलगढ़ में यूपी पीएसी के जवानों ने गटके से भरे 3 डंपर उत्तरप्रदेश सीमा में रोके, 3 थानों की पुलिस, 2 डीएसपी और एसपी मौके पर पहुंचे, पीएसी जवानों को मांगनी पड़ी माफी खनन जोन बेलगढ़ में यूपी पीएसी के जवानों ने गटके से भरे 3 डंपर यूपी सीमा में खनन कर भरने के आरोप में रोक लिए। इसके बाद वह एरिया पुलिस छावनी में बदल गया। हरियाणा की तरफ से पुलिस और अधिकारियों की गाड़ियों की लंबी लाइन थी। पीएसी के जवानों को घेर लिया गया। इस दौरान उन पर केस दर्ज करने को लेकर थाने में ले जाने के लिए पुलिस जिप्सी तक में बैठा लिया गया था, लेकिन इसी बीच यूपी के अधिकारी भी पहुंच गए और मामला कुछ शांत हुआ।
3 डंपर रोकने पर शुरू हुए इस विवाद में 3 थानों की पुलिस, दो डीएसपी, एसडीएम और एसपी खुद मौके पर पहुंचे। क्योंकि सीमा से जुड़ा यह विवाद राजनीतिक हो चला था। जो डंपर रोके गए वे नेता के थे वे एक नेता से जुड़े बताए जा रहे हैं। इसके बाद वहां घंटों यूपी और हरियाणा के अधिकारियों के बीच बातचीत हुई। पीएसी के कर्मचारियों को खरी खोटी सुनाई गई। पीएसी को गुंडे तक वहां पर कह दिया गया। लेकिन फंसे पीएसी कर्मी कुछ न बोल पाए। क्योंकि वे खुद गलत थे। बाद में उन्हें अपनी गलती माननी पड़ी और विवाद निपटा। लेकिन यह विवाद पहली बार नहीं हुआ। यहां पर विवाद हर दिन है।
हरियाणा के खनन कारोबारियों का कहना है कि यूपी पीएसी बेवजह परेशान करती है। हरियाणा की सीमा में खनन करने पर भी यूपी की सीमा में बताती है और केस दर्ज कर दिया जाता है। लेकिन ऐसा पहली बार हुआ जब यूपी पीएसी को मुंह की खानी पड़ी। डंपर रोकने के बाद हरियाणा के खनन कारोबारी भी वहां पर पहुंच गए। पीएसी के साथ काफी बहस हुई और इसके बाद हरियाणा पुलिस वहां पर पहुंच गई।
तब पीएसी के जवानों का कहना था कि इन डंपरों में जो माल भरा गया है वह उनके प्रदेश के एरिया से भरा गया। पीछा कर उन्हें हरियाणा के एरिया में पकड़ा है। तब वहां पर डीएसपी जगाधरी राजेंद्र कुमार, डीएसपी बिलासपुर आशीष चौधरी, एसडीएम दर्शन कुमार, छछरौली, खिजराबाद और बूड़िया थाना से पुलिस आ चुकी थी। बाद में सहारनपुर एसडीएम आए और हरियाणा से रेवन्यू विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। जांच में जहां पर डंपर रोके गए वह एरिया हरियाणा में मिला।
जहां पर खनन करने की बात कही वहां कुछ नहीं मिला
यमुनानगर एसपी कमलदीप गोयल मौके पर पहुंचे तो उन्होंने पीएसी के जवानों से पूछा कि खनन कहां पर किया गया। जब पीएसी के कर्मचारी द्वारा बताए एरिया में गए तो वहां पर खनन करने के ताजा निशान नहीं मिले। इस पर बात झूठ निकली। इसके बाद पीएसी के जवानों को अपनी गलती माननी पड़ी। इस तरह से विवाद निपट गया। वहीं डंपरों को उनके ड्राइवरों के हवाले कर दिए गया। वहीं पीएसी को चेतावनी दी गई कि अगर इस तरह की गलती दोबारा की तो एक्शन लिया जाएगा।
जहां पर यह विवाद चल रहा है उससे लगते यूपी एरिया में खनन बंद हैं। यूपी में योगी सरकार आने पर अवैध खनन करने वालों पर शिकंजा कसने के लिए वहां पर पुलिस की बजाए पीएसी तैनात कर दी गई। अब वहां की देखरेख पीएसी कर रही है। जब से यहां पर पीएसी तैनात की गई है तब से हरियाणा के खनन कारोबारी निशाने पर हैं। यूपी से लगते एरिया में खनन का कारोबार करने वाली रॉयल्टी कंपनी के लोगों पर केस दर्ज होने लगे और पीएसी उठाकर ले जाती है। मुबारिकपुर राॅयल्टी कंपनी बेलगढ़ के कई लोगों पर केस दर्ज किए गए। वहीं एक केस मई माह में भी दर्ज हुआ था। एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि यूपी पीएसी की टीम ने हरियाणा में आकर डंपर को पकड़ा था। यूपी पीएसी के खिलाफ शिकायत खनन कारोबारियों ने पुलिस को दी थी। इसकी जांच करने मौके पर पहुंचे थे। यह सीमा विवाद के चलते हुआ। सीमा तय करने के लिए जल्द ही पैमाइश कराई जाएगी।
विवाद निपटाने के लिए मई में जुटे थे दो प्रदेशों के अधिकारी, लेकिन सीमा तय नहीं हो पाई
बेलगढ़ खनन जोन एरिया है। यहां पर सीमा का विवाद लंबे समय से यूपी और हरियाणा के बीच है। कई बार हरियाणा पुलिस ने यूपी के लोगाेें पर केस दर्ज किए तो कई बार यूपी पुलिस ने हरियाणा के लोगों पर यह कहकर केस दर्ज किए की उनके एरिया में अवैध खनन कर रहे थे। इस विवाद को निपटाने के लिए मई माह में यूपी और हरियाणा के अधिकारी बेलगढ़ एरिया में ही पहुंचे थे। दोनों पक्षों की सीमा को लेकर काफी चर्चा हुई, लेकिन नतीजा नहीं निकला। तब भी खनन कारोबारियों ने आरोप लगाए थे कि यूपी पुलिस उनके लोगों को यूपी सीमा में खनन करने की बात कहकर उठाकर ले जाती है।