कृषि अध्यादेश पर दोफाड़ हुए किसान:आभार जताने आ रहे किसानों को डायवर्ट कर भेजा डीसी आवास, सचिवालय पहुंच जाते तो धरनारत किसानों से हो सकता था टकराव कृषि बिल को हितैषी बताकर ट्रैक्टर रैली निकालने वाले किसानों को दिखाए काले झंडेकेंद्र सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में किसानों के लिए लाए गए तीन बिलों को लेकर किसान संगठनों का टकराव होते होते बच गया। बिल के समर्थन में आए किसानों का लघु सचिवालय में लंबे समय से धरने पर बैठे किसानों ने विरोध जता दिया। बिल को किसान विरोधी बताकर उनको काले झंडे दिखाने के लिए कूच कर दिया। पुलिस ने धरना स्थल से 100 मीटर दूर घेराबंदी करके किसानों को रोका।
इधर बिल के समर्थन में आए किसानों से डीसी को ज्ञापन दिलाया गया। जिसमें केंद्र सरकार का किसानों ने आभार जताया । इससे नाराज हुए धरना देने वाले किसानों ने किसान नेता विकल पचार के नेतृत्व में लघु सचिवालय का घेराव कर लिया और नारेबाजी करनी शुरू कर दी। आखिर में किसानों को जब पता लगा कि बिल के समर्थन में आए किसान ज्ञापन देकर वापस चले गए है तो लघु सचिवालय का घेराव कर लिया। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा।
काले झंडे लेकर लघु सचिवालय में बिल का समर्थन करने वालों का इंतजार करते रहे धरनारत किसान
कृषि बिल पास करने पर केंद्र सरकार के समर्थन में जिला के किसान उत्पादक संघ, प्रगतिशील किसान संगठन व सहकारी किसान संगठनों को केंद्र सरकार का आभार जताने के लिए डीसी के नाम ज्ञापन सौंपना था। इसकी भनक जैसे ही लघु सचिवालय में मुआवजे की मांग को लेकर लंबे समय से धरने पर बैठे किसानों को लगी तो वे भड़क गए। उन्होंने विरोध का ऐलान कर दिया। इस पर प्रशासन अलर्ट हो गया। दोनों संगठनों में टकराव ना होने की रणनीति बनाई।
धरनारत किसानों को चकमा देने के लिए पहले प्रशासन ने लघु सचिवालय में ज्ञापन लेने का मैसेज जारी किया। इस पर लघु सचिवालय में बैठे किसान काले झंडे लेकर विरोध की तैयारी शुरू कर दी। भारी पुलिस बल वहां तैनात कर दिया गया। इधर प्रशासन ने टकराव टालने के लिए अपनी रणनीति बदल दी और लघु सचिवालय के बजाए डीसी आवास कैंपस पर ही ज्ञापन दिलाने का फैसला कर लिया। डीसी आरसी बिढ़ान को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के नाम आभार जताते हुए ज्ञापन सौंपा।
समर्थन में ट्रैक्टर लेकर पहुंचे किसानों ने बिल को बताया किसान की उन्नति का प्रतीक
कृषि बिल के समर्थन में शनिवार को जिला के किसान उत्पादक संघ, प्रगतिशील किसान संगठन व सहकारी किसान संगठन ने संयुक्त रूप से उपायुक्त रमेश चंद्र बिढ़ान को ज्ञापन सौंपा। किसान संगठनों ने उक्त बिलों के समर्थन में ज्ञापन सौंप उपायुक्त के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर का आभार व्यक्त किया है। ज्ञापन सौंपने के दौरान सोहन कैरावाली, सोनू रंधावा, लखा राम रानियां, बलदेव सिंह मम्मड़ खेड़ा सहित अनेक किसान साथ थे। तीनों सगठनों की ओर से कर्ण बैनीवाल ने डीसी को बिलों के समर्थन में ज्ञापन दिया।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने ये जो तीन बिल कृषि क्षेत्र में किसानों की उन्नति के लिए लाए गए हैं, हम इसका समर्थन करते हैं और इस ज्ञापन के माध्यम से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों की आर्थिक आजादी के लिए उठाया गया यह सही कदम है। इससे किसान को न केवल अपनी फसलों का भाव तय करने की छूट मिली है, बल्कि इससे किसानों के खुशहाली के रास्ते खुलेंगे।
गिरदावरी की मांग पूरी होने पर डीसी ने करवाया धरना खत्म
लघुसचिवालय में 20 दिनों से धरने पर बैठे किसानों ने भी डीसी के आश्वासन और स्पेशल गिरदावरी की मांग पूरी होने के बाद धरना खत्म कर दिया। मौके पर डीसी आरसी बिढ़ान पहुंचे थे। उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि आपकी मांग थी कि खराब हुई कॉटन की फसल की स्पेशल गिरदावरी करवाई जाए। उसके आदेश आ गए हैं। इसलिए अब धरना खत्म कर देना चाहिए। इस पर किसानों ने सहमति जताई और धरना खत्म करने की बात कही। किसान नेता विकल पचार ने डीसी से कहा कि जब स्पेशल गिरदावरी हो उस समय किसान जरूर साथ लिए जाए। इस पर डीसी ने भी सहमति दे दी। इसके बाद धरना खत्म हो गया।