किसान आंदोलन:16 जिलों में किसानों ने नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे किए जाम, 6 जिलों में सिर्फ विरोध-प्रदर्शन, धान सीजन में 20 दिन नहीं करेंगे बड़ा आंदोलन, चढू़नी बोले- फिर होगी आर-पार की लड़ाई भाकियू नेता बोले- सभी संगठनों को एकजुट कर धान के सीजन के बाद प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे।
किसान नेता बोले- धान सीजन में किसान फसल काटेंगे, हम गुपचुप बनाएंगे बड़े आंदोलन की रणनीति।केंद्र सरकार के तीन कृषि बिलों को लेकर जहां राजनीति गरमाई हुई है। वहीं किसान संगठन भी आंदोलन की राह पर हैं। शुक्रवार के भारत बंद में हिस्सा लेने वाली भाकियू अब इस मुद्दे पर आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में है। शुक्रवार को प्रदेश के 16 जिलों में लगभग सभी नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे समेत लिंक रोड को 3 से 6 घंटे तक जाम रखा। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद रूट डायवर्ट कर वाहनों को निकाला। हालांकि झज्जर, बहादुरगढ़, भिवानी, लोहारू, फरीदाबाद, गुड़गांव, पलवल, मेवात, महेंद्रगढ़, नारनौल, रेवाड़ी में किसानों ने सिर्फ प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपे।
भाकियू ने कहा कि धान सीजन को देखते हुए फिलहाल 20 दिन तक कोई बड़ा आंदोलन नहीं करेंगे। 27 को दिल्ली में होने वाली बैठक स्थगित कर दी गई है। भाकियू प्रदेशाध्यक्ष चढ़ूनी का कहना है कि दिल्ली में उचित स्थान नहीं मिला। इस कारण बैठक स्थगित की है। उन्होंने कहा कि देश के उग्र समझे जाने वाले किसान व अन्य संगठनों को भी भाकियू साथ जोड़ेगी। धान सीजन के बाद बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा, क्योंकि अब धान कटाई शुरू हो चुकी है। किसान व्यस्त हो जाएंगे, लेकिन तब तक भाकियू संगठन पदाधिकारी गुपचुप मीटिंग कर अपनी रणनीति तय करेंगे। कहा कि सरकार के अडियल रवैये को देखते हुए अब आरपार की लड़ाई होगी।
प्रदेशभर में सड़कों पर दिखे किसान
भाकियू का दावा है कि प्रदेशभर में भारतबंद में किसानों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। कुरुक्षेत्र में 6 से ज्यादा जगहों पर किसानों ने जाम लगाया। कुरुक्षेत्र में भाकियू व आढ़ती और व्यापारी संगठनों की तरफ से साहा-शाहाबाद रोड भी 4 घंटे जाम रखा। प्रधान चढ़ूनी ने कहा कि जहां किसान पूरी ताकत से एकजुट हुए, वहीं जाम लगाए गए, जबकि प्रदेशभर में दर्जनों जगहों पर धरना-प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया। आज किसान सड़कों पर हैं।
दुष्यंत पर वार
गुरनाम चढ़ूनी ने कहा कि यदि दुष्यंत चौटाला की रगों में देवीलाल परिवार का खून है तो वह ताऊ देवीलाल की जयंती के दिन किसानों के इस आंदोलन में आकर समर्थन करते। अगर सरकार ने इन तीनों कृषि बिलों को वापस नहीं लिया तो किसान किसी भी हद तक जा सकते हैं।
भाजपा-जेजेपी पर दिखाया गुस्सा
डबवाली और कैथल में प्रदर्शनकारी किसानों ने डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के पोस्ट फाड़ दिए। दोनों वीडियो वायरल हो रहे हैं। दूसरी ओर अम्बाला के गांव आनंदपुर जलबेड़ा में भाजपा-जजपा के विरोध में बैनर लगाया।