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सरकार ने विजिलेंस ब्यूरो को नहीं दिए एफआईआर के आदेश, सिर्फ जांच के लिए कहा

शराब घोटाले का मामला:सरकार ने विजिलेंस ब्यूरो को नहीं दिए एफआईआर के आदेश, सिर्फ जांच के लिए कहा, विज ने सीएम को लिखा पत्र-दर्ज कराई जाए एफआईआर एक शब्द के फेर में फिर उलझी जांच, विजिलेंस को भेजे पत्र में एफआईआर नहीं लिखा
विजिलेंस ब्यूरो कर रहा लॉकडाउन पीरियड में शराब की कमी की जांच
विज ने रिपोर्ट के हर बिंदू की जांच की सिफारिश की थीशराब घोटाले की स्टेट विजिलेंस ब्यूरो की जांच में अब एक बार फिर शब्दों का गोलमाल हो गया है। इसी एक शब्द को लेकर अब गृह मंत्री अनिल विज सख्त हो गए हैं, क्योंकि विजिलेंस ब्यूरो को जो शराब घोटाले को लेकर जो पत्र लिखा गया, उसमें सिर्फ इस मामले जांच के लिए कहा गया है। उसमें कहीं एफआईआर का जिक्र ही नहीं है।

ऐसे में देखने वाली बात यह है कि एफआईआर का जानबूझकर जिक्र नहीं किया गया या फिर गलती से छूट गया, जबकि गृह मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मामले में एफआईआर दर्ज करने और इन्वेस्टीगेशन की सिफारिश की थी। सिर्फ जांच की बात सामने आने के बाद गृह मंत्री ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इसमें कहा कि शराब घोटाले को लेकर विजिलेंस ब्यूरो में एफआईआर दर्ज कराई। जांच का कोई औचित्य नहीं रह जाता है।

इधर, सूत्रों का यह भी कहना है कि विजिलेंस सिर्फ लॉकडाउन पीरियड में शराब की कमी और इससे जुड़ी गतिविधियों की ही जांच कर रही है, क्योंकि जो आदेश दिया गया है कि उसमें इसी पीरियड का जिक्र किया है, जबकि मंत्री ने स्पेशल एंक्वारी टीम की ओर से दी गई रिपोर्ट में शामिल हर पॉइंट को जांच में शामिल करने की सिफारिश की थी।

बता दें कि 31 जुलाई को एसईटी की रिपोर्ट आने के पांच दिन बाद गृह मंत्री विज ने मुख्यमंत्री से मामले की विजिलेंस से जांच कराने की सिफारिश की थी। साथ ही उन्होंने अपने पुलिस विभाग की जांच के लिए तीन आईपीएस अफसरों की कमेटी का भी गठन किया, जो एसईटी की रिपोर्ट में आए पुलिस से संबंधित हर बिंदू की जांच कर रही है, जबकि एक्साइज डिपार्टमेंट ने भी सभी डीईटीसी से जवाब मांगा हुआ है।

दुष्यंत ने कही थी घोटाला न होने की बात, विज ने घोटाले को मान जांच की सिफारिश की
शराब घोटाले की रिपोर्ट पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और गृह मंत्री अनिल विज भी आमने-सामने हाे चुके हैं। चौटाला ने जहां घोटाला न होने की बात कही थी। वहीं, विज ने माना कि घोटाला हुआ। चौटाला ने तो इसकी जांच और अधिकारियों पर कार्यवाही की सिफारिश पर भी सवाल उठा दिए थे। बाद में सीएम मनोहर लाल ने कहा था कि जिसका भी नाम आया है, उसके खिलाफ जांच कर कार्यवाही होगी।

लॉकडाउन पीरियड की जांच के आदेश : विजिलेंस
विजिलेंस ब्यूरो के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि उन्हें लॉकडाउन पीरियड की जांच के लिए कहा गया है। जो पत्र मिला है, उसमें एफआईआर का जिक्र नहीं है। सिर्फ जांच के लिए कहा गया है। इसलिए पहले जांच की जा रही है। जांच में क्या सामने आता है, इसके बाद देखा जाएगा कि आगे क्या करना है। यदि कोई गड़बड़ी सामने आती है तो एफआईआर दर्ज की जाएगी।

यह है मामला : लॉकडाउन पीरियड के दौरान खरखौदा में शराब घोटाले का खुलासा हुआ। गृह मंत्री की सिफारिश पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने एसईटी का गठन किया था। कमेटी ने 30 जुलाई को रिपोर्ट सौंपी थी।

^शराब घोटाले पर अभी तक विजिलेंस ने एफआईआर दर्ज नहीं की है। इसलिए होम सेक्रेट्री के जरिए सीएम को पत्र भेजा गया है कि मामले में जांच के साथ एफआईआर दर्ज कराई जाए।

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