सर्वे में खुलासा:क्राइम ट्रेस करने के लिए तीन जिलों के 74.1 % लोग थर्ड डिग्री के पक्ष में, 25.9% विरोध में, 28.7 फीसदी पुलिस से आज भी डरते हैं आईजी भारती अरोड़ा के करनाल, पानीपत, कैथल की जिला पुलिस पर 20 सवालों को लेकर किए सर्वे में खुलासा
सर्वे में कुल 1179 लोगों ने हिस्सा लिया, 72.8 प्रतिशत पुरुष और 27.2 प्रतिशत महिलाएं शामिल रहींकरनाल रेंज के आईजी भारती अरोड़ा की तरफ से करनाल, पानीपत और कैथल पुलिस के कामकाज को लेकर अनेकों बिंदुओं पर सर्वे करवाया गया है। इसमें पबि्लक ने जहां क्राइम को ट्रेस करने के लिए थर्ड डिग्री इस्तेमाल पर ज्यादातर लोगों ने सहमति जताई है। वहीं पुलिस की दुर्गा शक्ति ऐप और महिला हेल्पलाइन 1091 की कार्यप्रणाली पर अधिक लोगों ने नाराजगी जताई है। 28.7 प्रतिशत पब्लिक आज भी पुलिस से डरती है।
पुलिस के इस सर्वे से उन बिंदुओं पर भी प्रश्नचिन्ह लग गया है, जो पुलिस कई दशक से पब्लिक से फ्रेंडली व्यवहार करने के प्रयास में लगी है, लेकिन आज भी पुलिस और पब्लिक के बीच बहुत ज्यादा दूरी बनी हुई है, क्योंकि सर्वे में पुलिस से कैसा महसूस करने के सवाल पर 39.9 प्रतिशत ने बहुत सहज, 27.4 प्रतिशत ने सहज, 16 प्रतिशत ने नाराजगी जताई है। करनाल के 47.3 प्रतिशत लोगों ने, कैथल के 25.5 प्रतिशत लोगों ने, पानीपत के 10.1 प्रतिशत लोगों व 17.1 अन्य लोगों ने पुलिस के सवालों के जवाब दिए हैं। सर्वे में कुल 20 सवाल पबि्लक से पूछे गए। इसमें 1179 लोगों ने हिस्सा लिया। 72 .8 प्रतिशत पुरुष और 27.2 प्रतिशत महिलाएं शामिल हुई।
44.8% आम पब्लिक और 6.1 % लखपति लोगों ने दिए जवाब
ऑनलाइन सर्वे में आम पब्लिक ने ज्यादा हिस्सा लिया। जिनकी आय एक लाख से 5 लाख तक है। उन्होंने 44.8 प्रतिशत, एक लाख तक आय वाले 29.5 प्रतिशत लोगों ने सवालों के जवाब दिए हैं। 10 लाख से 50 लाख तक के 6.1 प्रतिशत और 5 लाख से 10 लाख के 18 प्रतिशत लोगों ने पुलिस के व्यवहार पर जवाब दिए हैं। सर्वे में 30 से 50 साल तक 50.8 प्रतिशत, 18 से 30 साल के 37.4 प्रतिशत, 18 से नीचे आयु वर्ग वाले 3.1 प्रतिशत और 50 साल से ऊपर के 8.7 प्रतिशत लोगों ने पुलिस काे आईना दिखाने का काम किया है।
पुलिस की कार्यशैली पर आमजन से पूछे गए मुख्य सवालों के जवाब
पुलिस फोर्स से डर महसूस करते हैं?
55.3 प्रतिशत ने मना किया और 28.7 प्रतिशत ने डर जताया।
आप इमरजेंसी के केस में क्या करते हों?
52.3 प्रतिशत लोगों ने कहा- पुलिस को फोन करते हैं। 39.5 केस के ऊपर डिपेंड करता है और 5 प्रतिशत स्वयं ही ध्यान रखते हैं।
इमरजेंसी में पुलिस कंट्रोल नंबर 100 इस्तेमाल का परिणाम क्या आया? 29.3 प्रतिशत ने बेहतर बताया और 18.2 प्रतिशत ने धीमा बताया है।
पुलिस की तरफ से ऑनलाइन वेरिफिकेशन या कार्रवाई टाइम पर हुई है?
52.4 प्रतिशत लोगों ने टाइम पर हुई और 4.1 लंबे टाइम का इंतजार किया है।
पिछले तीन सालों में पुलिस से कांटेक्ट हुआ?
61.7% ने कांटेक्ट किया है और 38 प्रतिशत ने नहीं किया।
पुलिस से किन कारणों में सामना हुआ?
33.8 प्रतिशत ने कहा कि पुलिस ने चेकिंग के लिए रोका। 47.7 प्रतिशत ने शिकायत दर्ज करवाने गए। 4.7 प्रतिशत बतौर गवाह पेश हुए।
जब पुलिस से मुलाकात हुई पुलिस का रवैया कैसा रहा?
35.6 प्रतिशत ने कहा ठीक ही बात की है और 7 प्रतिशत ने कहा ठीक ढंग से बर्ताव नहीं किया।
तीन साल से क्राइम रेशों को क्या समझते हों? 31.7 प्रतिशत ने कहा क्राइम बढ़ा है , 44 प्रतिशत कहते हैं घट गया। 23.9 प्रतिशत कहते हैं सेम रहा।
काम की अधिकता, सुधार की जरूरत
एडवोकेट राजेश शर्मा बताते हैं कि जनता-पुलिस के बीच दूरियां कम हुई हैं। लोग अब पुलिस स्टेशन में बैखोफ जाते हैं, लेकिन अभी इस बिंदू पर और अधिक काम करने की जरूरत है।
सर्वे से पुलिस कार्य को जांचकर सुधार करना है। दुर्गा शक्ति एप व महिला हेल्पलाइन 1091 से लोग नाराज हैं। पुलिस के व्यवहार में सुधार की जरूरत है।