पायलट प्राेजेक्ट:जीटी रोड पर लगे 10 एचडी कैमरे, कार-बाइक ओवरस्पीड हुए तो घर पहुंच जाएगा चालान ओवरस्पीड हाेने पर ऑटाेमेटिक नंबर प्लेट रीडिंग से ट्रेस हाेंगे वाहन
चालान कटकर घर पहुंचेग, माेबाइल पर भी मिलेगा एसएमएसअम्बाला-दिल्ली हाईवे पर ओवरस्पीड से गुजरने वाले वाहनाें पर अब शिकंजा कसा जाएगा। चंडीगढ़ की तर्ज पर हाईवे से ओवरस्पीड से गुजरने वाले वाहनाें काे ऑटाेमेटिक चालान हाेंगे। यह चालान न केवल घर पहुंचेगा, बल्कि चालान हाेने पर माेबाइल पर मैसेज भी मिलेगा। यह चालान काेई ट्रैफिक या थाना पुलिस नहीं करेगा, बल्कि ऑटाेमेटिक सिस्टम से किए जाएंगे।
चालान के लिए आईओसी के पास हाईवे पर 3 पीटी जेड सीसीटीवी सहित 10 कैमरे लगाए गए हैं। इस प्राेजेक्ट का टेंडर हाॅरट्राेन कंपनी की तरफ से किया गया है, जिसे दिल्ली की एक कंपनी चलाएगी। प्रदेश में 10 जगहाें पर पायलट प्राेजेक्ट के ताैर पर यह व्यवस्था शुरू की जाएगी। इसके तहत अम्बाला में भी आईओसी के पास यह सीसीटीवी लगाए गए हैं। इस प्राेजक्ट का कार्य पूरा हाे चुका है। जल्द ही हेडक्वार्टर से टीम आकर दाैरा करेगी। इसके बाद यह प्राेजेक्ट शुरू हाे जाएगा।
एएनपीआर सिस्टम से हाेंगे चालान, साॅफ्टवेयर पर ही भरा जाएगा
हाईवे पर दाेनाें तरफ 5-5 सीसीटीवी लगाए गए हैं। ऑटाेमेटिक नंबर प्लेट रीडिंग (एएनपीआर) सिस्टम से हाईवे से गुजरने वाले वाहन की नंबर प्लेट काे रीड किया जाएगा। यह पूरा सिस्टम एक सर्वर पर हाेगा। अगर काेई वाहन ओवरस्पीड में गुजरता है ताे उसकी गाड़ी की ओवरस्पीड रीड हाे जाएगी। एक ऑपरेक्टर वाहन चालक काे चालान भेजेगा। चालक काे चालान कटने पर माेबाइल पर मैसेज भी मिलेगा। यह चालान एनअाईसी साॅफ्टवेयर पर ऑनलाइन भरा जाएगा। ओवरस्पीड का 2 हजार रुपए का चालान हाेता है। ट्रैफिक व चालानिंग ब्रांच से प्राेजेक्ट कनेक्ट रहेगी। इसके अलावा एमटी क्राॅसिंग और मंजी साहिब गुरुद्वारा के पास भी कैमरे लगाए हैं जाेकि सर्वर से कनेक्ट रहेंगे।हादसाें में वाहन ट्रेस करने में पुलिस काे मिलेगी मदद
अभी जहां भी ज्यादातर सीसीटीवी लगे हैं, वह या ताे टूटे पड़े हैं या खराब हैं। इस वजह से कई बार पुलिस काे भी काेई हादसा या वारदात हाेने पर केस काे सुलझाने में मदद नहीं मिल पाती। मगर हाईवे पर लगे इन हाइटैक सीसीटीवी से पुलिस काे भी मदद मिलेगी।