रात 11 बजे JEE मेन रिजल्ट घोषित:24 स्टूडेंट्स ने हासिल किए 100 पर्सेंटाइल, गुजरात के निसर्ग चड्ढा टॉपर; कॉमन रैंक लिस्ट में कट ऑफ 90.3765335% ऑफिशियल वेबसाइट, jeemain.nta.nic.in या http://ntaresults.nic.in/ पर देखे जा सकते हैं रिजल्ट
JEE Main की फाइनल आंसर की जारी हो गई है। कैंडिडेट्स विषय के हिसाब से आंसर की वेबसाइट पर देख सकते हैंJEE Main 2020 के रिजल्ट्स रात 11 बजे घोषित कर दिए गए हैं। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक इसमें कुल 24 छात्रों ने पूरे 100 पर्सेंटाइल हासिल किए हैं और सबसे ऊपर गुजरात के निसर्ग चड्ढा का नाम है। कॉमन रैंक में कट ऑफ मार्क्स 90% रहा है। इससे पहले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने फाइनल आंसर की जारी कर दी थी। इंजीनियरिंग में एडमिशन के लिए होने वाली इस एग्जाम का आयोजन 1 से 6 सितंबर, 2020 तक ऑनलाइन मोड के जरिए किया गया था।निसर्ग चड्ढा ने साल में दूसरी बार 100% हासिल किए
गुजरात के वड़ोदरा के नवअर्चना स्कूल के छात्र निसर्ग चड्ढा ने JEE Main के सितंबर अटेम्प्ट में भी 100% हासिल कर लिस्ट में सबसे टॉप पोजिशन पाई है। जनवरी में हुई एग्जाम में उनके पूरे 100% थे। वड़ोदरा के यूरोलॉजी स्पेशलिस्ट डॉ अमित और डॉ अमोला चड्ढा के बेटे निसर्ग का सपना फिजिक्स सब्जेक्ट में रिसर्च करके साइंटिस्ट बनने का है। 2018 में 10वीं 98% स्कोर बनाने के बाद से ही निसर्ग पूरी तरह से JEE की तैयारी में जुट गए थे।
पेपर-1 (B.E और B.Tech ) का कट ऑफ
JEE Main रिजल्ट साइट से PDF फॉर्मेट में डाउनलोड हो जाएगा। रिजल्ट के साथ ही, कट-ऑफ भी घोषित कर दिया गया है। पेपर-1 (B.E और B.Tech ) के हिसाब से कॉमन रैंक लिस्ट में कट ऑफ 90.3765335% जबकि EWS में 70%, OBC-NCL के लिए 71.88, SC के लिए 50.17 और ST के लिए सबसे कम 39% रहा है।JEE Main में सफल होने वाले उम्मीदवार JEE एडवांस्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। 27 सितंबर, 2020 को होने वाली जेईई एडवांस्ड के लिए 12 सितंबर, 2020 से रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे।साल में दो बार होती है JEE Main
JEE Main एक साल में दो बार होती है। फर्स्ट राउंड इस साल जनवरी में हुआ था। कोरोना के कारण अप्रैल से टली परीक्षा सितंबर में हुई लेकिन इसमें जनवरी की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्र नहीं बैठे, इसलिए टोटल पर्सेटेंज कम रहा।
सितंबर राउंड में 74% ने दी परीक्षा
JEE Main सितंबर परीक्षा में इस बार कुल 8 लाख 41 हजार रजिस्टर्ड कैंडिडेट्स में से पहले दिन, बी.आर्क और बी. प्लानिंग परीक्षा में 55% से कम छात्र शामिल हुए थे। इसी तरह लगभग 80% छात्र बी.ई. और बी.टेक पेपर में बैठे थे। जिसके कारण इस सेकंड राउंड की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों की अटेंडेंस रेट 74% ही रही।