कंगना vs शिवसेना 8वां दिन:महाराष्ट्र सरकार ने ड्रग्स मामले में कंगना के खिलाफ जांच के आदेश दिए, पूर्व बॉयफ्रेंड अध्ययन ने लगाए थे ड्रग्स लेने के आरोप महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा था- अध्ययन सुमन ने एक इंटरव्यू में कंगना पर ड्रग्स लेने का आरोप लगाया था
कंगना ने शुक्रवार को सोनिया गांधी से सवाल किया- महिला होने के नाते आप महाराष्ट्र में मेरे साथ हुए बर्ताव से दुखी नहीं हैं?महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को कंगना रनोट के खिलाफ शुक्रवार को ड्रग्स मामले में जांच के आदेश दिए हैं। राज्य के गृह मंत्रालय के आदेश पर मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच जांच करेगी। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मंगलवार को ही इस बात के संकेत दे दिए थे। उन्होंने कहा था कि क्राइम ब्रांच अध्ययन सुमन के उन आरोपों की जांच करेगी, जिसमें उन्होंने कहा था कि कंगना ने ड्रग्स ली है।
देशमुख ने कहा कि अध्ययन सुमन कंगना के साथ रिलेशनशिप में थे और उन्होंने एक इंटरव्यू में यह आरोप लगाया था। देशमुख के इस बयान के बाद शिवसेना विधायक प्रताप सरनायक ने गृह विभाग में अध्ययन के आरोपों के संबंध में एक पत्र भेजा था। इसके बाद मंत्रालय ने पुलिस को जांच के आदेश दिए हैं।
फडणवीस बोले- दाऊद का घर नहीं तोड़ा जाता, कंगना का तोड़ दिया
कंगना रनोट का दफ्तर तोड़े जाने पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शुक्रवार को राज्य सरकार पर निशाना साधा। फडणवीस ने कहा कि दाऊद इब्राहिम का घर नहीं तोड़ा जाता, जबकि कंगना का घर तोड़ दिया जा रहा है।
राकांपा के चीफ शरद पवार ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार का कंगना के दफ्तर पर की गई कार्रवाई से कुछ लेना-देना नहीं है। यह कार्रवाई बीएमसी ने की है। उधर, केंद्रीय मंत्री और आरपीआई के चीफ रामदास आठवले ने महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की है। आठवले ने राज्यपाल से मुआवजे की मांग की है।
कंगना ने शुक्रवार को 3 ट्वीट किए
एक्ट्रेस कंगना रनोट ने अपने दफ्तर पर हुई कार्रवाई पर शुक्रवार को तीन ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा- सोनिया गांधीजी, एक महिला होने के नाते आप महाराष्ट्र में अपनी सरकार द्वारा मेरे साथ किए गए बर्ताव से दुखी नहीं हैं? क्या आप डॉ. अंबेडकर के बनाए संविधान के सिद्धांतों का पालन करने की अपील अपनी सरकार से नहीं कर सकती हैं?
दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा- आप (सोनिया गांधी) पश्चिम में पली-बढ़ी हैं। भारत में रहती हैं। आप महिलाओं के संघर्ष को जानती हैं। जब आपकी खुद की सरकार महिलाओं का उत्पीड़न कर रही है और कानून और व्यवस्था का मजाक बना रही है। ऐसे में इतिहास आपकी चुप्पी और उदासीनता को तय करेगा। मुझे उम्मीद है कि आप इस मामले में दखल देंगी।तीसरे ट्वीट में एक टीवी इंटरव्यू को ट्वीट कर कंगना रनोट ने शुक्रवार को कहा, ‘महान बाला साहेब ठाकरे मेरे सबसे पसंदीदा आइकन में से एक हैं, उनका सबसे बड़ा डर था कि किसी दिन शिवसेना गुटबंधन करेगी और कांग्रेस बनेगी। मैं जानना चाहती हूं कि आज उनकी पार्टी की स्थिति को देखते हुए उनकी सजग भावना क्या है?’कंगना का 4 दिन में तीसरा बड़ा बयान
एक्ट्रेस का चार दिन में शिवसेना पर तीसरा बड़ा बयान है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि शिवसेना सोनिया सेना बन गई है। फिर 9 सितंबर को कहा था कि उद्धव ठाकरे! आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा, यह वक्त का पहिया है, याद रखना।
कंगना से एक और विवाद जुड़ा
9 तारीख को कंगना मुंबई आई थीं। इसी दिन बीएमसी ने कंगना के ऑफिस के कथित अवैध निर्माण को गिरा दिया था। उनका यह ऑफिस बांद्रा के पाली हिल इलाके में है। इसे 48 करोड़ रुपए खर्च कर बनवाया था। इस कार्रवाई पर अब हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है।
इस बीच कंगना से एक और विवाद जुड़ गया है। सीधे तौर पर तो नहीं पर यह विवाद मीडिया की कवरेज को लेकर है। कंगना 9 तारीख को इंडिगो की फ्लाइट से चंडीगढ़ से मुंबई आई थीं। इस दौरान फ्लाइट में ही मीडिया ने फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की। इस पर डीजीसीए ने इंडिगो से जवाब मांगा है।
महाराष्ट्र के मंत्री ने कहा, कंगना ने मुंबई का अपमान किया
महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा नेता जयंत पाटील ने कंगना के बयानों को पब्लिसिटी स्टंट करार दिया है। उन्होंने कहा कि कंगना ने महाराष्ट्र और मुंबई के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करके मुंबई का अपमान किया है। शुक्रवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक लेख प्रकाशित हुआ है, जिसमें जयंत पाटिल ने एक्ट्रेस का नाम लिए बिना निशाना साधा।
कंगना ने कहा- मेरे पास ऑफिस को फिर से बनाने के पैसे नहीं, मैं इसी खंडहर से काम करूंगी
कंगना की मानें तो उनके पास अपने ऑफिस को दोबारा बनवाने के पैसे नहीं है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मैंने 15 जनवरी को अपने ऑफिस की ओपनिंग की थी। इसके फौरन बाद कोरोना महामारी आ गई। ज्यादातर लोगों की तरह तब से मैंने भी कोई काम नहीं किया है। मेरे पास इसे फिर से बनवाने के पैसे नहीं हैं। मैं इसी खंडहर से काम करूंगी।