किसान बचाओ रैली:कुरुक्षेत्र में जुटने से किसानों को नहीं रोक पाई पुलिस, लाठीचार्ज-पथराव में कई किसान व पुलिस कर्मी जख्मी दोपहर तक पिपली पहुंच चुके थे हजारों किसानशहर में गुरुवार को अनुमति न मिलने के बावजूद किसान बचाओ रैली का आयोजन किया गया, जिसे देखते हुए प्रशासन ने दो दिन पहले कोरोना का हवाला देते हुए रैली पर पाबंदी लगाई थी। बुधवार को धारा 144 भी लगा दी गई। सुबह से 56 जगहों पर नाकाबंदी की थी, जहां से किसानों को वापस लौटाने के दावे थे। कुछ जगहों पर नाकाबंदी कामयाब रही, लेकिन हजारों किसान पिपली में पहुंच गए।
पुलिस ने कुछ किसान नेताओं को सुबह ही राउंडअप कर लिया था। दोपहर तक हजारों की संख्या में किसान पिपली चौक पर जमा हो गए। इन्हें मंडी जाने से रोका गया, जिससे गुस्साए किसानों ने पहले प्रदर्शन किया। गुस्साए किसान जीटी रोड पर ही धरने पर बैठ गए। लाठीचार्ज के चलते कई किसानों को चोट लगी। वहीं कुछ पुलिस कर्मियों को भी चोट लगी है।
कांग्रेस का समर्थन
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि लोकतंत्र में जनता की आवाज को लठतंत्र से दबाया नहीं जा सकता। हर किसी आवाज उठाने और कहीं भी जाने का अधिकार है।