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होम गार्ड भर्ती मामला:छह साल की जानकारी के साथ गृह विभाग को रिपोर्ट भेजी, डीजी बोले

होम गार्ड भर्ती मामला:छह साल की जानकारी के साथ गृह विभाग को रिपोर्ट भेजी, डीजी बोले-उनके पास शिकायत नहीं आई कोई गड़बड़ी को लेकर एफिडेविट देता है तो तत्काल कराई जाएगी जांच
यदि किसी को लगता है कि कहीं गड़बड़ी हुई है तो वह सामने आकर एफिडेविट देहोम गार्ड डीजी की ओर से होम गार्ड एनलरोलमेंट (भर्ती) की मांगी गई रिपोर्ट गृह विभाग को भेज दी है। इसमें छह साल की जानकारी दी गई है। डीजी पीआर देव का कहना है कि उन्होंने इसी साल जनवरी में ही होम गार्ड के डीजी के पद पर जोइन किया था। इसके बाद गड़बड़ी की एक भी शिकायत नहीं मिली है। यदि किसी को लगता है कि कहीं गड़बड़ी हुई है तो वह सामने आकर एफिडेविट दे। इसके बाद मामले की जांच कराकर दोषी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। बता दें कि होम गार्ड भर्ती मामले में गृह मंत्री अनिल विज ने पिछले छह सालों की रिपोर्ट मांगी थी। इधर, सूत्रों के अनुसार होम गार्ड विंग की ओर से भेजी गई सात साल की रिपोर्ट में 2014 से अगस्त-2020 तक साल वाइज आंकड़े दिए गए हैं। जिसमें बताया गया है कि कब कितने एनरोलमेंट किए गए। जिस 2016 के साल में तत्कालीन डीजी की ओर से नई भर्ती के लिए मुख्यालय से अप्रुवल अनिवार्य की गई, उसी साल में सबसे ज्यादा करीब साढ़े तीन हजार होम गार्ड भर्ती हुए थे। जबकि 2020 में करीब पौने दो सौ होम गार्ड लगाए गए हैं। होम गार्ड के डीजी पीआर देव ने बताया कि गृह मंत्री की ओर से मांगी गई रिपोर्ट भेज दी गई है। मैंने जनवरी में होम गार्ड में जॉइन किया। इसके बाद कोई भी गड़बड़ी की शिकायत नहीं मिली है। यदि कोई एफिडेविट देता है तो तत्काल जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।

अब ये बना दिए गए हैं नियम
होम गार्ड की नई भर्ती के लिए सरकार ने मार्च में एक नया नियम और जोड़ दिया है। अब उसी युवा को सभी योग्यता पूरी करने पर लिया जाएगा, जो सक्षम योजना में रजिस्टर्ड होगा। सरकार की ओर से 23 मार्च को ही यह प्रावधान किया है।

निपटाए जा रहे पेंडिंग मामले
होम गार्ड विंग में पुराने एक्सग्रेसिया और वेलफेयर के मामले भी निपटाए जा रहें हैं। इनमें कई तो 2017 से पेंडिंग थे। इनमें एक्सग्रेसिया के रूप में पीड़ितों को जहां 5-5 लाख रुपए मिले, वहीं वेलफेयर के तौर पर 50-50 हजार रुपए दिए गए हैं।

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