भीगता शहर:16 दिन के इंतजार के बाद बरसे बदरा, एक घंटे मेंं हुई 17 एमएम बारिश, आज भी बूंदाबांदी होने के आसार राजस्थान पर बने लो-प्रेशर से बना है सिस्टम, कमजोर हैं हवाएं
2 से 3 तापमान बढ़ेगा तापमान, 7 दिन बाद मिल सकती है राहतमानसूनी सीजन की विदाई होने जा रही है लेकिन अंतिम दिनों में मौसम की बेरुखी लोगों को सता रही है। तापमान तो बढ़ ही गया है साथ ही उमस ने भी हाल-बेहाल कर दिया है। राजस्थान पर बने लो-प्रेशर एरिया के कारण शनिवार शाम को 16 दिन के इंतजार के बाद गरज और चमक के साथ बदरा बरसे। एक घंटे में करीब 17 एमएम बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार रविवार को हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। अगले सात दिनों में 2 से 3 डिग्री तापमान बढ़ सकता है। उसके बाद राहत मिलने की उम्मीद है।
इस बार मॉनसून ने तय समय पर 25 जून को पानीपत में दस्तक दे दी थी। शुरुआत कमजोर होने के कारण हल्की बारिश ही हो सकी थी। उसके बाद कभी बंगाल की खाड़ी तो कभी अरब सागर पर बने सिस्टम के कारण ही बारिश हो सकी है। इस बीच मानसूनी टर्फ के हिमाचल की तलहटियों की तरफ शिफ्ट होने के कारण मौसम में उतार-चढ़ाव होता रहा।
बीच-बीच में तापमान में भी बढ़ोतरी होती रही। उमस ने परेशान किया। इस क्रम में 5 दिन पहले राजस्थान के ऊपर लो-प्रेशर एरिया बना हुआ था। जो झारखंड, एमपी होते हुए राजस्थान तक पहुंचा था लेकिन हवाओं में नमी कम होने के कारण बारिश नहीं हो पा रही थी। शुक्रवार से उमस और तापमान बढ़ना शुरू हो गया। इससे रात का तापमान दो डिग्री बढ़ गया। शनिवार को उमस ने हाल-बेहाल कर दिया।
इस कारण बदला मौसम
शनिवार सुबह करीब 10 बजे अचानक ही बादल छा गए। 10 से 15 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चलने लगीं लेकिन शहर में कहीं-कहीं ही बारिश हो सकी। इसके बाद धूप निकल आई। नमी 98 प्रतिशत तक पहुंच गई। दोपहर 3 बजे के बाद फिर से लोकल सिस्टम बन गया। करीब पौने 4 बजे से गरज और तेज हवाओं से झमाझम बारिश होना शुरू हो गया। जो करीब 5.30 बजे होती रही। इससे तापमान में उमस से मामूली राहत मिल सकी। अधिकतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट आ सकी। अधिकतम तापमान 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री दर्ज किया गया।
आगे ये रहेगा मौसम
वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ डॉ. डीपी दुबे ने बताया कि राजस्थान पर बने लो-प्रेशर एरिया में नमी कम होने के कारण रविवार और सोमवार को बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। पश्चिमी हवाओं के चलने के कारण अगले 7 दिन में तापमान में दो से 3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। उसके बाद विंड पैटर्न में बदलाव हो सकता है। दक्षिणी-पश्चिमी हवाओं का चलना शुरू हो जाएंगी। इन हवाओं में नमी होने के कारण उमस से तापमान में कमी आ सकती है।