नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने सुशांत के हाउस मैनेजर सैमुअल मिरांडा को हिरासत में लिया
September 5, 2020
पानीपत में एक दिन में 254 पॉजिटिव केस आए 98 मरीजों को मिली अस्पताल से छुट्टी
September 5, 2020

शिक्षक दिवस पर विशेष:कोरोना संक्रमण में गुरुजनों ने नहीं रुकने दी कमजोर बच्चों की पढ़ाई,

शिक्षक दिवस पर विशेष:कोरोना संक्रमण में गुरुजनों ने नहीं रुकने दी कमजोर बच्चों की पढ़ाई, लॉकडाउन में शिक्षकों ने चंदा कर बांटी किताबें, बच्चों को दिए फोन कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 5 महीनों में सरकारी स्कूल के अध्यापकों ने कई चुनौतियों का सामना किया। ऑनलाइन पढ़ाना कम आसान नहीं था, लेकिन इससे बड़ी बाधा थी आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के पास स्मार्ट फोन और किताबों का न होना। ऐसे में कई सरकारी अध्यापकों ने पहल करते हुए गरीब बच्चों के लिए संसाधन जुटाए और बच्चों की पढ़ाई को जारी रखा। कहीं टैबलेट का जुगाड़ किया गया तो कहीं स्मार्ट फोन का।

कई अध्यापकों ने चंदा करके बच्चों के लिए किताबें खरीदी। शिक्षक दिवस पर ऐसे ही गुरुजन के प्रयासों से दैनिक भास्कर रूबरू करवा रहा है। गढ़ी बोहर के राजकीय उच्च विद्यालय के शिक्षक राजरूप राठी बेटियों की पढ़ाई को लेकर प्रयासरत हैं। लॉकडाउन में बेटियों की पढ़ाई न छूटे, इसके लिए घर-घर जाकर स्मार्ट फोन का पता किया। जिन छात्राओं के पास स्मार्ट फोन नहीं थे, विद्यालय में रखे 18 टैबलेट इन मेधावी बच्चों को दिए और उनके साथ 4-4 सहपाठियों का ग्रुप बनाया।

गांव के जो लोग परिचित थे, उनकी काउंसिलिंग कर स्मार्ट फोन बच्चों को दिलवाए और उन्हें की-पैड फोन रखने के लिए प्रेरित किया। दो अभिभावकों को खुद के खर्चे पर की-पैड फोन दिलवाया। राठी ने 46 हजार रुपए से 96 छात्राओं की यूनिफॉर्म तैयार कराई। स्कूल के 9वीं-10वीं में पढ़ रहे 46 विद्यार्थियों को करीब 16 हजार रुपए की किताबें दिलवाईं ताकि वह बोर्ड कक्षा की पढ़ाई में पीछे न रह जाए।

लॉकडाउन में 2.83 लाख रुपए की किताबें चंदा जुटाकर बांटी

डिप्टी डीईओ कृष्णा फौगाट ने कक्षा 9वीं-10वीं के विद्यार्थियों के बीच सर्वे करवाया कि कितने बच्चों के पास किताबें नहीं हैं। फिर शिक्षा अधिकारियों, विभाग निदेशक व 24 प्राचार्यों-शिक्षकों की मदद से एक ग्रुप तैयार किया। इस ग्रुप के सदस्यों ने करीब 2.83 लाख रुपए एकत्रित किए और भिवानी बोर्ड से किताबें खरीदकर 9वीं व 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को दी। रोहतक ब्लॉक के 468 विद्यार्थियों को किताबें मॉडल टाउन स्कूल में बुलाकर दी और घर भी पहुंचाई। जिन विद्यार्थियों के पास स्मार्टफोन नहीं है, उनके लिए शिक्षा मित्र तैयार किए।

बच्चों को वर्कशीट की फोटोकॉपी कराकर बांटी, फोन करवाए रिचार्ज

सेक्टर-2, 3 व 4 स्थित सरकारी स्कूल की जेबीटी शिक्षिका गीता ने लॉकडाउन में बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होने दी। उनकी चौथी कक्षा में 29 विद्यार्थियों में से 14 बच्चों के पास ही स्मार्टफोन थे। गीता ने सभी विद्यार्थियों तक होमवर्क पहुंचाने के लिए पूरे विषयों की एक 35 पेज की वर्कशीट तैयार की। इनकी फोटोकॉपी खुद के खर्च पर कराकर 15 विद्यार्थियों के साथ बाकी बचे बच्चों को भी लॉकडाउन पीरियड में घर जाकर पहुंचाई। अब जिनके पास की-पैड फोन है, वह वर्कशीट में पेज नंबर बताकर सवाल पूछते हैं और उसे समझते हैं। यहां तक कि बच्चों के फोन भी रिचार्ज कराए, ताकि उनकी पढ़ाई एक दिन में ना रुके।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Updates COVID-19 CASES