फुटबॉल में सेलरी का भेदभाव:ब्राजील में अब महिला-पुरुष टीमों को समान वेतन मिलेगा, ऐसा करने वाला चौथा देश; अमेरिका में अब भी लड़ाई जारी ऑस्ट्रेलिया, नॉर्वे और न्यूजीलैंड में पहले से यह समान वेतन का नियम लागू है
मौजूदा वर्ल्ड चैम्पियन अमेरिकी महिला टीम भी अपने देश में यही मांग कर रही हैब्राजील फुटबॉल फेडरेशन अब महिला टीम को पुरुष टीम के बराबर वेतन देगा। फेडरेशन के अध्यक्ष रोजिरियो कबोक्लो ने बताया कि पुरस्कार राशि, भत्ते बराबर हो जाने के बाद अब महिलाओं को पुरुष टीम के बराबर राशि मिलेगी। यानी ब्राजील की महिला खिलाड़ी मार्ता, फोरमिगा और लेटिसिया सांतोस को नेमार, गेब्रियल जीसस और रॉबर्टो फरमिनो के बराबर वेतन मिलेगा।
ऑस्ट्रेलिया, नॉर्वे और न्यूजीलैंड में पहले से यह नियम लागू है। मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन अमेरिकी महिला टीम ने मार्च 2019 में अपने फेडरेशन के खिलाफ वेतन और शर्तों पर भेदभाव का मुकदमा दायर किया था। इस साल मई में उनके मामले को खारिज कर दिया। लेकिन टीम ने फिर अपील की है।
अगले साल ओलिंपिक के साथ नियम लागू होगा
ब्राजील फुटबॉलर कन्फेडरेशन ने कहा कि फैसले के बारे में मार्च में महिला टीम और उनके स्वीडिश कोच को सूचित किया गया था। यह व्यवस्था अगले साल टोक्यो में होने वाले ओलिंपिक खेलों में भाग लेने वाली टीमों के साथ-साथ अगले पुरुष और महिला वर्ल्ड कप में भी लागू की जाएगी। पुरुषों की टीम फुटबॉल में सबसे अधिक सफल रही है, जिसने पांच बार वर्ल्ड कप जीता है। जबकि महिला टीम कोई खिताब नहीं जीत सकी है। 2007 में टीम फाइनल में जगह बना चुकी है। टीम 2004 और 2008 ओलिंपिक में सिल्वर मेडल जीत चुकी है। गत वर्ष ब्राजील की प्रोफेशनल लीग ने भी महिला-पुरुष क्लबों को समान प्राइज मनी देने की घोषणा की थी।