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नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड सेरेमनी :वर्चुअल तरीके से शुरू हुई अवॉर्ड सेरेमनी, पहली बार 5 खिलाड़ियों को खेल रत्न;

नेशनल स्पोर्ट्स अवॉर्ड सेरेमनी :वर्चुअल तरीके से शुरू हुई अवॉर्ड सेरेमनी, पहली बार 5 खिलाड़ियों को खेल रत्न; महिला हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल पीपीई किट पहनकर अवॉर्ड लेने पहुंचीं इससे पहले 2016 में चार खिलाड़ियों को खेल रत्न मिला था, इसमें से पीवी सिंधु, साक्षी मलिक और दीपा कर्माकर महिला खिलाड़ी हैं
रोहित शर्मा यह अवॉर्ड पाने वाले चौथे क्रिकेटर, उनसे पहले सचिन तेंदुलकर, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली को यह सम्मान मिल चुका है
इस बार 7 कैटेगरी में 74 खिलाड़ियों और कोच को पुरस्कार मिलेगा, लेकिन 60 लोग ही वर्चुअल समारोह में शामिल होंगेनेशनल स्पोर्ट्स-डे के मौके पर आज खिलाड़ियों और कोच को स्पोर्ट्स अवॉर्ड दिए जा रहे हैं। कोरोना के कारण पहली बार अवॉर्ड सेरेमनी राष्ट्रपति भवन में न होकर वर्चुअल तरीके से हो रही है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अलग-अलग 7 कैटेगरी में 74 खिलाड़ियों और कोच को पुरस्कार दे रहे हैं। खेल रत्न के लिए चुनीं गईं महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल पीपीई किट पहनकर स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बेंगलुरु सेंटर में अवॉर्ड लेने पहुंचीं।

स्पोर्ट्स अथॉरिटी के अलग-अलग 11 सेंटर्स से 60 खिलाड़ी और कोच अवॉर्ड सेरेमनी के लिए वर्चुअली जुड़े हैं। पहली बार एक साथ पांच खिलाड़ियों को खेल रत्न मिलेगा। इसमें से दो खिलाड़ी रोहित शर्मा और रेसलर विनेश फोगाट सेरेमनी में नहीं शामिल होंगी। विनेश की एक दिन पहले ही कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जबकि रोहित आईपीएल के लिए यूएई में हैं। इसके अलावा टेबल टेनिस प्लेयर मनिका बत्रा, 2016 के पैरालिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट मरिप्पन थंगावेलु और महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल शामिल हैं। ये सभी साई सेंटर से अवॉर्ड सेरेमनी में जुड़े हैं।इस मौके पर खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि खिलाडी हमारी राष्ट्रीय संपत्ति है, मैं सभी नागरिको से ये अनुरोध करता हूं कि सभी खिलाडियों का प्रोत्साहन करें। मैं सभी खिलाडियों को अपनी शुभकामनाएं देता हूँ।

4 साल पहले चार खिलाड़ियों को खेल रत्न मिला था

इससे पहले, 2016 में एक साथ 4 खिलाड़ियों को यह अवॉर्ड मिला था। तब रियो ओलिंपिक में सिल्वर जीतने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु, महिला रेसलिंग में ब्रॉन्ज जीतने वाली साक्षी मलिक को यह सम्मान मिला था। इनके अलावा जिमनास्ट दीपा कर्माकर और शूटर जीतू को भी देश का सबसे बड़ा खेल पुरस्कार मिला था। 2009 में 3 खिलाड़ियों बॉक्सर एमसी मैरीकॉम, विजेंदर सिंह और सुशील कुमार को खेल रत्न दिया गया था।

पांच बार दो खिलाड़ियों को मिल चुका है खेल रत्न
पांच मौकों पर दो खिलाड़ियों को खेल रत्न अवॉर्ड मिला है। सबसे पहले 1997 में वेटलिफ्टर कुंजरानी देवी और टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस को यह अवॉर्ड मिला था। 6 साल बाद 2003 में शूटर अंजली भागवत और एथलीट के. बीनामोल को देश का सबसे बड़ा खेल पुरस्कार मिला।

2012 में निशानेबाज विजय कुमार और योगेश्वर दत्त यह सम्मान हासिल करने वाले खिलाड़ी बने। इसके 5 साल बाद फिर से दो खिलाड़ियों देवेंद्र झाझरिया और सरदार सिंह खेल रत्न चुने गए। पिछले साल पैरा एथलीट दीपा मलिक और रेसलर बजरंग पूनिया इस अवॉर्ड से सम्मानित हुए।

रोहित खेल रत्न सम्मान पाने वाले चौथे क्रिकेटर होंगे

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार की शुरुआत 1991 में हुई थी और सबसे पहला अवॉर्ड चेस खिलाड़ी विश्वनाथ आनंद को मिला था। तब से लेकर अब तक 38 खिलाड़ी यह सम्मान हासिल कर चुके हैं। इसमें रोहित शर्मा चौथे क्रिकेटर हैं। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर(1997), महेंद्र सिंह धोनी (2007) और विराट कोहली(2018) में यह अवॉर्ड हासिल कर चुके हैं।

विनेश खेल रत्न पाने वालीं पांचवीं रेसलर
इस साल कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने वालीं देश की पहली महिला रेसलर विनेश फोगाट को भी खेल रत्न मिलेगा। लेकिन कोरोना के कारण वे वर्चुअल अवॉर्ड सेरेमनी में शामिल नहीं हो पाएंगी। विनेश यह अवॉर्ड पाने वालीं पांचवीं रेसलर हैं।

उनसे पहले ओलिंपिक मेडलिस्ट सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त और साक्षी मलिक को खेल रत्न मिल चुका है। इनके अलावा बजरंग पूनिया भी पिछले साल इस अवॉर्ड से सम्मानित हो चुके हैं। मनिका बत्रा खेल रत्न से सम्मानित होने वालीं पहली टेबल टेनिस खिलाड़ी होंगी।

2012 से 29 अगस्त को खेल दिवस के रूप में मनाया जा रहा

2012 में केंद्र सरकार ने 29 अगस्त को खेल दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया था। इस दिन हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन होता है। वे 29 अगस्त 1905 को इलाहाबाद में पैदा हुए थे।

1928 में एम्सटर्डम में हुए ओलिंपिक गेम्स में वह भारत की ओर से सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी रहे। तब ध्यानचंद ने 14 गोल किए थे। 1932 के ओलिंपिक फाइनल में भारत ने अमेरिका को 24-1 से हराया था। उस मैच में ध्यानचंद ने 8 गोल किए थे। उनके भाई रूप सिंह ने भी 10 गोल किए थे।योगेश मालवीय (मलखंब), जसपाल राणा (शूटिंग), कुलदीप कुमार हांडू (वुशू) और गौरव खन्ना (पैरा बैडमिंटन)।

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