शहर में बही धर्म की बयार नवरात्र से पहले ही शनिवार को शहर में धर्म की बयार बही। कहीं, कलश यात्रा निकाली गई तो कहीं शोभायात्रा। माता रानी के जयकारे, भगवान का वेश धरे कलाकार और जगह-जगह हुए यात्राओं के स्वागत से माहौल पूरी तरह भक्तिमय हो उठा।
भैंसाली मैदान में पहले नवरात्र यानि रविवार से होने वाले भव्य श्री अयुतचंडी महायज्ञ से पहले शनिवार सुबह बाबा औघड़नाथ मंदिर से 1100 महिलाओं ने कलश निकाली। इसकी शुरुआत सुबह 10 बजे भानपुरा पीठ के शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद तीर्थ और भाजपा के उपाध्यक्ष सुधीर हंसवानिया ने की। महिलाएं कलश यात्रा में दुर्गा है मेरी मां, अंबे है मेरी मां, चलो बुलावा आया है आदि भजन गाते हुए चलीं। कलश यात्रा के पीछे शंकराचार्य दिव्यानंद तीर्थ शिष्यों के साथ रथ में चल रहे थे। शंकराचार्य के रथ के साथ सैकड़ों की संख्या में साधु-संत भी चल रहे थे। यात्रा में महिला श्रद्धालुओं के साथ ही काफी संख्या में पुरुष श्रद्धालु भी थे। गुरुकुल के छात्र जय श्रीराम-जय श्रीराम के जयकारे लगाते चल रहे थे।
फूलों की बारिश और फल देकर हुआ श्रद्धालुओं का स्वागत
कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का 17 स्थानों पर फूल बरसाकर और फल देकर स्वागत किया गया। हनुमान चौक के पास समाजसेवी राजेश सेठी ने स्टाल लगाकर श्रद्धालुओं का स्वागत किया। राजेश सेठी और उनकी पत्नी ने संतों और श्रद्धालुओं को फल, कोल्ड ड्रिंक और पानी दिया। लगभग एक घंटे तक मशीन से श्रद्धालुओं पर फूलों की बारिश की गई। इसके आगे वेस्ट एंड रोड पर कलश यात्रा का स्वागत हुआ। यात्रा करीब 12.30 बजे भैंसाली मैदान पहुंची, जहां पहले से मौजूद लोगों ने उनका स्वागत किया।
107 फुट का ध्वज लहराया
कलश यात्रा के समापन के बाद दोपहर को भैंसाली मैदान पर 107 फुट का ध्वज लहराया गया। इस दौरान शंकराचार्य दिव्यांनद तीर्थ ने कहा कि आज नासा जैसी विश्वस्तरीय शोध-वैज्ञानिक संस्था यज्ञ के महत्व को स्वीकार कर रही है। वहीं, भारत में कुछ विधर्मी यज्ञ के महत्व पर सवाल उठा रहे हैं। कहा कि एक चम्मच की यदि इंसान को दिया जाए तो शायद ही कुछ लाभ हो, लेकिन उतने ही घी की यज्ञ में आहुति दी जाए तो मनुष्य के साथ समस्त जीवों, जल, वायु और पर्यावरण को लाभ होता है। शाम को भजन संध्या में कलाकारों के एक से बढ़कर एक भजन सुनाकर श्रद्धालु भक्ति में झूम उठे।
गोल मंदिर से शोभायात्रा में नाचते-गाते चले भक्त
जयदेवी नगर स्थित गोल मंदिर में नवरात्र से पहले चरण पादुका अखंड ज्योति शोभायात्रा निकाली गई। इसकी शुरुआत शोभित विवि के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र, भाजपा महानगर अध्यक्ष करुणेश नंदन गर्ग और पूर्व विधायक अमित अग्रवाल ने की। मंदिर के मैनेजिंग ट्रस्टी मेजर राजीव गौड़ का विशेष सहयोग रहा। समाजसेवी मनोज अग्रवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इसके बाद निकाली गई शोभयात्रा में मां जगदंबा का वेश धरे कलाकारों ने माहौल को पूरी तरह उत्साह और भक्तिभाव से भर दिया।
शिव परिवार ने ली सेल्फी
जयदेवी मंदिर से निकाली गई शोभायात्रा में शिव परिवार, राधा-कृष्ण, लक्ष्मी-विष्णु आदि की झांकिया आकर्षण का केंद्र बनी थीं। शिव परिवार(भगवान गणेश, शिव और माता पार्वती) का वेश धरे कलाकारों ने सेल्फी ली, जो आकर्षण का केंद्र रही। जहां-जहां शोभायात्रा रुकी लोगों ने फूल बरसाकर स्वागत किया। शोभायात्रा का जयदेवी नगर, कल्याणनगर, कैलाशपुरी, नंदन सिनेमा, गढ़ रोड, गांधी नगर, पर स्वागत किया गया। यात्रा गोल मंदिर पर संपन्न हुई।
राज-राजेश्वरी मंदिर में चढ़ाया माता को छत्र
गढ़ रोड स्थित राज राजेश्वरी मंदिर में भव्य ढंग से सजाया गया। इस दौरान फूलों और फलों से माता रानी का श्रृंगार किया गया। मंदिर के मुख्य महंत दिव्यानंद ब्रह्मचारी ने माता को छत्र चढ़ाया।