राजस्थान विधानसभा:सदन की बैठक जारी, कोरोना के खतरे के कारण आज स्थगित की जा सकती है विधानसभा; अध्यक्ष के सामने रखा जाएगा प्रस्ताव इससे पहले गुरुवार को कार्य सलाहकार समिति की बैठक हुई
इस बैठक में कांग्रेस और भाजपा नेता शामिल हुए15वीं विधानसभा के 5वें सत्र के तहत दूसरी बैठक आज जारी है। सबसे पहले विभिन्न मंत्रालयों की प्रतिवेदन सदन की मेज पर रखे गए। साथ ही कई विधेयक ध्वनि मत से पास किए गए। इसके बाद कोरोना को लेकर चर्चा शुरू हुई। इसमें प्रश्नकाल और शून्यकाल नहीं होंगा। खास तौर से कोरोना को लेकर चर्चा की जाएगी। इससे पहले गुरुवार को कार्य सलाहकार समिति की बैठक हुई। इसमें कांग्रेस और भाजपा नेता शामिल हुए। सहमति बनी कि कोरोना के खतरे को देखते हुए विधानसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कराने का प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष के सामने रखा जाए। ऐसे में तय माना जा रहा है कि सदन में इस तरह का प्रस्ताव आ सकता है।
विधानसभा में नहीं आए भाजपा के 4 विधायकों ने अपना पक्ष पार्टी के सामने रखा
विधानसभा सत्र के दौरान 14 अगस्त को सदन से गायब हुए भाजपा के चारों विधायकों ने गुरुवार को प्रदेश नेतृत्व के समक्ष अपना पक्ष रखा। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने चारों विधायकों को अलग-अलग बुलाकर बात को सुना। दोनों नेताओं ने माना कि व्हिप जारी होने के बाद बिना किसी सूचना के विधायकों का सदन से गायब होना लापरवाही है। चारों विधायकों ने अपना पक्ष रख दिया है। सभी नेताओं के साथ चर्चा करके सामूहिक निर्णय किया जाएगा।
विधायकों ने बरती हैं लापरवाही : पूनियां
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि बिना किसी जिम्मेदार व्यक्ति को जानकारी दिए सदन से ये चारों बाहर गए हैं। इस संबंध में चारों विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष और मेरे समक्ष अपना पक्ष रखा हैं। उस पर सामूहिक रूप से चर्चा करके निर्णय लिया जाएगा।
विश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से पास
इससे पहले 14 अगस्त को विधानसभा में गहलोत सरकार ने विश्वास मत ध्वनि मत से जीत लिया गया था। विश्वास मत प्रस्ताव पर बहस के दौरान गहलोत ने कहा था कि ‘भाजपा और उनके हाईकमान ने सरकार गिराने की कोशिश की थी, लेकिन राजस्थान में सियासी घटनाक्रम का जिस तरह अंत हुआ, उससे अमित शाह को धक्का लगा।’