कनेक्टिविटी का प्लान हवा:हाईवे से कनेक्टिविटी के बिना शुरू होगा नया बस स्टैंड, अवैध कटों से बसें अड्डे में ले जाने की बात कर रहा रोडवेज, इससे जाम लगेगा, हादसे भी होंगे 21 माह पहले कनेक्टिविटी के लिए फ्लाईओवर बनाने पर हुई चर्चा मीटिंग तक सिमटी रह गई
हर घंटे हाईवे से गुजरते हैं 859 वाहन, पुल के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहींगांव सिवाह के बाहर 17 करोड़ रुपए की लागत से बनाए जा रहे नए बस स्टैंड का निर्माण कार्य तकरीबन 70% पूरा हो चुका है। लेकिन हाईवे से नए बस स्टैंड की कनेक्टिविटी का प्लान हवा में ही है। 16 अप्रैल 2018 से पहले बस अड्डे को लेकर हुई हर मीटिंग में सिवाह चौक के पास फ्लाईओवर या अंडरपास बनाने की चर्चाएं तो खूब हुईं पर यह सिर्फ मीटिंग तक सिमटकर रह गईं। इस बस अड्डे के लिए सिवाह चौक पर फ्लाईओवर का निर्माण उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना शहर में ट्रैफिक कम करने के लिए इस बस अड्डे को बनाना।
फिलहाल रोडवेज अधिकारी अवैध कटों से ही बसें अड्डे में ले जाने की बात कर रहे हैं। अगर ऐसा हुआ तो अम्बाला की ओर से आने वाली बसें अड्डे में ले जाने से सिवाह चौक पर भारी जाम लगेगा। इसके अलावा अनाज मंडी अंडरपास से बसें यू-टर्न लेकर दिल्ली की ओर मोड़ी गईं तो वहां भी जाम लगेगा। मार्च 2021 में नए बस अड्डे के उद्घाटन की तैयारी चल रही है। नया बस स्टैंड बनाने के लिए 10 साल तक संघर्ष हुआ, जगह तय करने के लिए अफसरों की कमेटी बनी।
पब्लिक ओपिनियन लिए गए, मगर बस स्टैंड के साथ हाईवे से कनेक्टिविटी के लिए फ्लाईओवर की प्लानिंग सिर्फ बातों में रह गई। भास्कर के लिए इस प्रोजेक्ट पर सर्वे करने वाले नगर निगम के रिटायर्ड एक्सईएन रामदास का कहना है कि इतना व्यस्त हाईवे जिस पर प्रतिघंटे करीब 859 वाहन पूरी रफ्तार के साथ गुजरते हैं उस पर बस स्टैंड बिना प्रॉपर कनेक्टिविटी के शुरू करने से रोड पर तो जाम लगेगा ही, साथ ही हादसों का खतरा भी बना रहेगा।
बस अड्डे के लिए 12 बार से ज्यादा मीटिंग हुई, डिजाइन में भी फ्लाईओवर बनाने की योजना थी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बतौर सीएम 20 दिसंबर, 2014 को पानीपत के पहले दौरे में शहर के विकास के लिए कई घोषणाएं की थी। इसमें शहर से बस अड्डे की शिफ्टिंग भी शामिल थी। उसके बाद 2014 से लेकर 2018 के बीच इस बस अड्डे को लेकर 12 से अधिक मीटिंग हुई। आखिरकार 16 अप्रैल 2018 को मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने जब बस अड्डे की आधारशिला रखी, उस समय पीडब्ल्यूडी ने जो डिजाइन बनवाया था, उस डिजाइन में भी फ्लाईओवर था, लेकिन उससे आगे बात नहीं बनी। बस अड्डा तो लगभग बनकर तैयार हो गया, पुल की कहीं प्लानिंग नहीं दिख रही।
अवैध कट पर फंसेंगी बसें क्योंकि यू-टर्न या 90 डिग्री पर टर्न लेने को चाहिए 10 फीट जगह
वर्कशॉप के मैनेजर आशीष ने बताया कि बस की लंबाई करीब 32 फीट और चौड़ाई 8 फीट होती है। किसी भी जगह रोड पर बस को यू-टर्न या 90 डिग्री पर टर्न करने के लिए कम से कम 10 फीट की जगह दाहिने हाथ की तरफ चाहिए होती है। सिवाह गांव के बाहर जीटी रोड पर जो अवैध कट है वहां 8 फीट जगह है, ऐसे में बस वहां से टर्न हो ही नहीं सकती।
कनेक्टिविटी पर जिम्मेदारों के जवाब
रोडवेज जीएम बोले- प्लान का मुझे पता नहीं: पानीपत रोडवेज डिपो के जीएम बालकराम का कहना है कि बस स्टैंड से कनेक्टिविटी के लिए रोडवेज हेडक्वार्टर में अभी तक कोई प्लान नहीं पहुंचा है। फिलहाल बस स्टैंड शुरू होता है तो अवैध कटों से बसें अड्डे में ला सकते हैं।
पीडब्ल्यूडी के जेई ने कहा- पुल बनाने के लिए केवल चर्चा ही हुई: पीडब्ल्यूडी बीएंडआर के जेई नरेश कुमार ने कहा कि हाईवे और बस स्टैंड की कनेक्टिविटी को लेकर फ्लाईअोवर बनाए जाने पर विचार किया गया था। इसको लेकर शुरू में दो बार मीटिंग भी हुई है लेकिन अभी तक इस प्लान को लेकर रूपरेखा तैयार नहीं की गई है।
अफसरों ने अटकाया काम
विधायक ढांडा बोले – पुल की प्लानिंग बनी थी, अफसरों ने ध्यान नहीं दिया
नक्शे के अनुसार ही काम होगा। बस अड्डे की प्लानिंग में फ्लाईओवर भी जुड़ा हुआ था। इसके लिए एनएचएआई और ट्रांसपोर्ट विभाग के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग भी हुई थी। अधिकारियों को मौके का दौरा करना था लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। प्रक्रिया शुरू करवाएंगे।
-महिपाल ढांडा, विधायक, ग्रामीण विधानसभा
पूर्व परिवहन मंत्री ने कहा – पुल बनना तय था, एनएचएआई ने तो अप्रूवल भी दे दिया था
ट्रैफिक की व्यवस्था बनाए रखने के लिए नए बस स्टैंड के बाहर जीटी रोड पर फ्लाईओवर बनना तय था। इसके लिए एनएचएआई ने अप्रूवल भी दे दिया था। बगैर पुल के कोई प्लानिंग की नहीं थी। अफसरों से बात करूंगा कि फ्लाईओवर का काम क्यों और कैसे पीछे रह गया।