राई में हुई 155 एमएम बरसात:26 गांवों के रास्ते बंद, कुंडली, राई व नाथूपुर औद्योगिक क्षेत्र की फैक्ट्रियों में भी घुसा पानी, निर्माणाधीन हाईवे में फंसे वाहन कुंडली व राई में सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम खराब
सीवरेज जाम की वजह से पानी निकासी की नहीं है कोई व्यवस्थाबुधवार रात व गुरुवार दिन भर में राई में 155 एमएम बारिश हुई। तेज बारिश ने प्रशासन की भी पोल खोल दी। एचएसआईआईडीसी कुंडली व राई में सीवर जाम होने से फैक्ट्रियों में पानी घुस गया। खेल स्कूल राई की बारिश की वजह से दीवार गिर गई। राई के 26 गांवों में पानी निकासी नहीं होने से रास्ते बंद हो गए हैं। निर्माणाधीन हाईवे में पानी जमा होने पर वाहन फंस गए। दिन भर जीटी राेड पर जाम की स्थिति बनी रही।
कुंडली इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन के प्रधान अरविंद चौधरी, वरिष्ठ उपप्रधान सुभाष गुप्ता, तरूण महेंदीरत्ता, अशोक कपूर, निशु अग्रवाल , स्मॉल स्केल इंडस्ट्रियल मैन्यूफेक्चरिंग एसोसिएशन राई के प्रधान महेंद्र गोयल, निश्चल परूथी, नरेंद्र कुंडू आदि ने बताया कि बुधवार रात व गुरूवार सुबह हुई बारिश से औद्योगिक क्षेत्र की सभी सड़कें पानी में डूब गई। कई फैक्ट्रियों में पानी जमा हो गया।
सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम पर हर साल करोड़ों रुपए खर्च करने के बिल पास किए जा रहे है। जिस प्रकार से बारिश होते ही सीवर जाम हो रहे है, उससे उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि आखिर करोड़ों रुपए कहां खर्च किए जा रहे है। कुंडली एसोसिएशन के वरिष्ठ उपप्रधान सुभाष गुप्ता का आरोप एचएसआईआईडीसी हमें सुविधाओं के नाम पर केवल गुमराह कर रही है।
26 गांवों में जोहड़ हुआ ओवरफ्लो, सभी रास्ते बंद
बारिश की वजह से राई के 26 गांवों में जोहड़ ओवरफ्लो हो गए। जोहड़ का पानी मकानों में घूस रहा है। सबसे ज्यादा समस्या बढ़खालसा, नाथूपुर, मल्हामाजरा, बढ़मलिक, जठेड़ी, खेवड़ा, नांगल कलां गांव में है। बढ़खालसा निवासी बल्ली दहिया ने कहा कि पानी निकासी का स्थाई समाधान नहीं हुआ है। जिस कारण गांव की हर गली पानाी में डूब चुकी है। लोग अपने घरों में कैद हैं। इसके साथ ही राई उपतहसील व थने में भी बारिश का पानी जमा है।