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सोनीपत के मुकाबले पानीपत में खतरनाक हुआ कोरोना:पहली बार एक दिन में कोरोना से तीन माैतें

सोनीपत के मुकाबले पानीपत में खतरनाक हुआ कोरोना:पहली बार एक दिन में कोरोना से तीन माैतें, डाॅक्टर, पुलिसकर्मी सहित 79 संक्रमित मिले पिछले 12 दिनाें में साेनीपत में 3 मौत हुई, वहीं पानीपत में 15 लाेगाें की जान ले चुकी है महामारी
दु:खद; रिफाइनरी कर्मी, सेक्टर 11 की व्यक्ति, चढ़ाऊ मोहल्ले की महिला की मौत
डरना जरूरी है, अगस्त में अबतक फरीदाबाद के बाद राज्य में सबसे ज्यादा मौतें पानीपत मेंजिले में काेराेना ने पहली बार एक दिन में तीन लाेगाें की जान ली। तीनाें की उम्र 50 साल से ज्यादा थी। मरने वालाें में दाे पुरुष और एक महिला है। बुधवार काे रिफाइनरी के बीडी ग्रुप के 51 वर्षीय कर्मचारी, सेक्टर-11 के 55 वर्षीय उद्यमी की राेहतक में, चढ़ाऊ माेहल्ले की 50 वर्षीय बुजुर्ग की यमुनानगर में माैत हुई। तीन में दाे लाेगाें का अंतिम संस्कार जनसेवा दल व जिला प्रशासन ने किया है ताे वहीं एक व्यक्ति का संस्कार राेहतक में हुआ है। जिले में अब तक कुल 30 लाेगाें की जान चुकी है। इनमें 20 की उम्र 50 या उससे ज्यादा है। जिले में पहले 15 मौतें 85 दिन में हुईं थी। लेकिन अब इतनी ही मौतें हाेेने में सिर्फ 12 दिन लगे हैं।

यानी हर 4 दिन में 5 की माैत हाे रही है। बुधवार काे भी डाॅक्टर, पुलिसकर्मी व एक साल के बच्चे सहित 79 नए संक्रमित भी मिले हैं। अब केस मिलने का सिलसिला भी पूरे 50 दिन का हाे गया है। यानी 23 जून से 12 अगस्त तक लगातार जिले में केस मिल रहे हैं। जिले में कुल 1923 केस हाे गए हैं। बुधवार काे रिकाॅर्ड 89 लाेगाें ने काेराेना काे हराया है। जिले में अब तक 1227 लाेग काेराेना से स्वस्थ हाे चुके हैं। अब 666 लाेगाें का काेराेना का इलाज चल रहा है। ये आंकड़ा जिले के कुल एक्टिव केसाें का 9 प्रतिशत से ज्यादा है।

इन 3 की हुई माैत
रिफाइनरी से 51 साल के कर्मचारी की मौत हुई है। उन्हें दाे-तीन दिनाें से बुखार था। दिल की भी बीमारी थी। इलाज के लिए रिफाइनरी के ही अस्पताल में एडमिट थे। बुधवार सुबह माैत से पहले ही उनकी रिपाेर्ट पाॅजिटिव अाई थी। सेक्टर-11 में 55 वर्षीय व्यक्ति की राेहतक में माैत हुई है। उनका राेहतक में 10 दिनाें से इलाज चल रहा था। उनका एक बेटा और दाे बेटियां हैं। वे हर महीने बस में संगत को लेकर वृंदावन बांके बिहारी के दर्शन कराने के लिए ले जाते थे। तीसरी माैत यमुनानगर में चढ़ाऊ माेहल्ले की 50 वर्षीय महिला की हुई है। उनकी भी रिपाेर्ट माैत से पहले पाॅजिटिव आई थी।

जानलेवा…12 दिन में फरीदाबाद में 22 लोग की मौत हुई तो पानीपत में 15 लोग गंवा चुके जान
पानीपत में लगातार केस बढ़ने के साथ माैताें का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। जीटी राेड बेल्ट पर साेनीपत जिले से ही तुलना करें ताे अगस्त के 12 दिनाें में ही साेनीपत से ज्यादा केस पानीपत में मिले हैं। साेनीपत के मुकाबले माैतें भी यहां 5 गुना ज्यादा हुई हैं। पिछले 12 दिनाें में साेनीपत में 498 केस मिले हैं। वहीं जिले में 700 से ज्यादा केस आए हैं। साेनीपत में 1 से 12 अगस्त के बीच 3 माैतें हुई हैं। वहीं जिले में 15 लाेगाें की जान गई है।

साेनीपत में लगभग 3400 केेसाें पर 34 की माैत हुई यानी 1 प्रतिशत की माैत हुई है। जबकि पानीपत में 1923 केसाें पर ही 30 की माैत हाे गई है, यानी 100 केस में करीब डेढ़ प्रतिशत माैत हाे रही है। सिर्फ इस महीने की बात करें ताे हर 100 केस पर दाे माैत हाे रही है। इन 12 दिनाें में प्रदेश में फरीदाबाद में 22 मरीजों की मौत के बाद पानीपत में सबसे ज्यादा 15 जान गई हैं। सीएमओ डाॅ. संतलाल वर्मा बताते है कि लाेग घराें पर ही अपने बुजुर्गाें का ज्यादा ख्याल रखें। उन्हें बाहर न जाने दें। अगर बाहर जाए ताे सभी सावधानियां बरतें, क्याेंकि काेविड-19 से सबसे ज्यादा खतरा उम्रदराज लाेगाें काे ही है।

मरने वाले 30 में 20 लाेग 50 से ज्यादा उम्र के हैं
जिले में मारे गए 30 लाेगाें में 9 महिलाएं और 21 पुरुष हैं। हैरत की बात ये है कि इन 30 में से 20 लाेग 50 या उससे ज्यादा उम्र के हैं। इनमें 6 महिलाएं और 14 पुरुष हैं। 50 साल से कम उम्र के 10 लाेगाें ने जान गंवाई है। इनमें सबसे कम उम्र की 20 वर्षीय युवती है। जाेकि फरीदाबाद से अपने जीजा के घर सेक्टर-11 गाेकुल धाम में आई थी। सबसे ज्यादा उम्र में जान गंवाने वाली सेक्टर-11 की 86 वर्षीय बुजुर्ग महिला है। जिले में अब एक्टिव केसाें में 33 प्रतिशत लाेग 50 साल या उससे ज्यादा उम्र।

जिले में आज या कल से शुरू हाेगा सीराे सर्वे, कुल 850 रैंडम लिए जाएंगे सैंपल
सरकार हर जिले में सीराे सर्वे कराएगी। पानीपत में गुरुवार या शुक्रवार से ये सर्वे शुरू हाेगा। तीन दिन तक 850 सैंपल रैंडम लिए जाएंगे। शहरी क्षेत्र में 4 क्लस्टर बना दिए गए हैं। इसमें अर्बन पीएचसी हरी सिंह काॅलाेनी, राजनगर, राजीव काॅलाेनी और अर्बन हेल्थ सेंटर सेक्टर-25 शामिल है। ग्रामीण में भी 4 क्लस्टर बनाए हैं। इसमें पीएचसी काबड़ी, पट्टी कल्याणा, खाेतपुरा और अहर काे शामिल किया गया है। इन चाराें क्लस्टर में सब सेंटर गांव गढ़ी सिकंदरपुर, अलुपुर और बराना शामिल है। नाॅन सब सेंटर में डेरा सिकंदरपुर, गढ़ी त्यागान, दमियाना, डेरा सपेरा है। हर क्लस्टर से लगभग 124 सैंपल हाेंगे। ग्रामीण क्षेत्राें के 8 गांवाें में 352 सैंपल लिए जाएंगे यानी हर गांव से औसतन 44 सैंपल हाेंगे।

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