क्राइम:सिरसा बस स्टैंड से तीन युवक भगा ले गए सवारियों से भरी बस, पांच किमी. दूर आईटीआई के पास रोका, सवारियों ने की धुनाई कार खरीदने को ओढ़ां जाना था महेंद्रगढ़ के दो युवकों को, काउंटर पर बणी के शराबी युवक से हो गई मुलाकात,उसके कहने पर ले गए बसबस स्टैंड में गुरुवार दोपहर को उस समय अफरा तफरी का महाैल बन गया जब सिरसा से बणी चलने वाली रोडवेज की बस अचानक अपने काउंटर से गायब हो गई। बस के चालक परिचालक उसे ढूंढ़ते रहे, मगर सवारियों से भरी बस का कोई अता पता नहीं था।
तभी रोडवेज प्रशासन के पास फोन आया कि आपकी बस को तीन अजनबी नशेड़ी किस्म के युवक बस स्टैंड से भगा ले आए हैं। उन्हें आईटीआई के पास बस स्टैंड से पांच किलोमीटर दूर पकड़ रखा है और उनकी धुनाई चल रही है। सूचना पाकर रोडवेज जीएम सहित अन्य स्टॉफ मौके पर पहुंचा। पुलिस को सूचना दी गई।
तीनों युवकों को बस स्टैंड लाया गया। पूछताछ करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया है। सिविल लाइन थाना पुलिस ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। दोपहर डेढ़ बजे बस स्टैंड से बाहर निकली बस में सवार हुए दूसरी बस के कंडक्टर रणजीत सिंह बाजवा ने बताया कि उसका मकान रानियां गेट के पास पड़ता है।
अपनी ड्यूटी ऑफ होने के बाद वह घर जाने को सिरसा से बणी जाने वाली बस में सवार हो गया। जिसमें वह पीछे की सीट पर बैठा था, उसके साथ बस में 25 से ज्यादा सवारियां थी। बस ओवर स्पीड में राॅन्ग साइड चल रही थी। बस रानियां गेट तक पहुंच गई। लेकिन कोई कंडक्टर यात्रियों की टिकट काटने नहीं पहुंचा।
जिसके बाद उसने ड्राइवर से बस कंडक्टर बारे पूछा, तो उनमें एक युवक ने कहा कि टिकटें आगे चलकर काटेंगे। जबकि सवारियां घबराई हुई थी। जिसके बाद उसका शक गहरा गया। चालक से पूछा गया कि वह कौनसे स्टॉफ से हो तो वे जवाब नहीं दे सके और सीट पर बैठे एक युवक की तरफ इशारा कर दिया कि यह मालिक है। इसने ही बस चलाने के लिए कहा था।
इससे उनका भेद खुल गया। बस रूकवा ली गई और सवारियों ने उनकी धुनाई शुरू कर दी। इसकी सूचना रोडवेज व पुलिस प्रशासन को दी गई। डिपो से टीआई राकेश कंबोज व एसपीओ कुलदीप जांगड़ा की टीम मौके पर पहुंची। रोडवेज बस व तीनों आरोपियों को बस स्टैंड चौकी में लाया गया।
बणी का युवक बोला-मैं बस का मालिक हूं, चालक नहीं
बस को भगाकर ले जाने वाले युवकों में एक जिला के गाव बणी निवासी सुखवीर सिंह उर्फ जग्गा व दो की पहचान प्रदीप कुमार व लाजपत निवासी गांव निहालावास जिला महेंद्रगढ़ के रूप में हुई है। महेंद्रगढ़ निवासी युवक प्रदीप ने पूछताछ में बताया कि वह गांव ओढ़ां में गाड़ी खरीद करने आए थे। इस दौरान जब वे सिरसा बस स्टैंड पहुंचे तो उनकी मुलाकात गांव बणी निवासी सुखवीर सिंह उर्फ जग्गा से हुई। उससे ओढ़ां की बस का पता पूछा। उसने कहा ये खड़ी बस। मैं बस का मालिक हूं, मगर बस का चालक नहीं है। तुझे बस चलानी आती है तो चला ले। तुम्हारा किराया नहीं लगेगा। पुलिस जांच में पता लगा कि बणी का युवक शराब के नशे में धुत्त था। महेंद्रगढ़ जिला से आए युवक कार खरीदने के लिए ओढा जाने के लिए बस स्टैंड में आए थे। तब वे उसके संपर्क में आए और उसके इशारों पर चलकर बस को भगा लिया।
दूसरी बस के कंडक्टर रणजीत की सूझबूझ से पांच किलोमीटर दूर ही पकड़े गए तीनों
ड्यूटी ऑफ करके घर लौटने को बस में सवार हुए दूसरी बस के कंडक्टर रणजीत सिंह बाजवा ने समझदारी दिखाते हुए समय रहते बस को रोक लिया, जिससे तीनों युवकों की पोल खुलकर सामने आ गई। अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था। यह नशेड़ी युवक बस में सवार 25 से ज्यादा यात्रियों की जान जोखिम में डाल सकता था। इतना ही नहीं सड़क पर अन्य वाहन चालकों को भी नुकसान पहुंच सकता था। टीआई राकेश कंबोज ने कहा कि कंडक्टर रणजीत बाजवा की सूझबूझ से ही समय रहते बस भगाकर ले जाने वाले युवक पकड़े गए हैं।
बस भगाकर ले जाने के तीनों आरोपियों पर मामला दर्ज
बस भगाकर ले जाने वाले तीनों युवकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। उनमें एक युवक नशेड़ी लगता है, जबकि दो ने पूछताछ में नशेड़ी के झांसे में आकर बस चलाना स्वीकार किया है।” अमित बैनीवाल एसएचओ, सिविल लाइन थाना सिरसा।