यूएई में आईपीएल:आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग आज, लीग का शेड्यूल, मैच की टाइमिंग और गाइडलाइन फाइनल हो सकती है मीटिंग में यूएई में किस मैदान पर मैच होंगे, फैंस को आने की अनुमति होगी या नहीं इस पर भी बात होगी
लीग 19 सितंबर से 8 नवंबर तक होगी, बीसीसीआई को अभी तक सरकार से यूएई में टूर्नामेंट कराने की मंजूरी नहीं मिली हैआईपीएल गवर्निंग काउंसिल की मीटिंग आज होगी। इसमें यूएई में होने वाली टी-20 लीग के शेड्यूल और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) को फाइनल किया जा सकता है। हालांकि अब तक लीग के देश के बाहर आयोजन को लेकर भारत सरकार की ओर से मंजूरी नहीं मिली है, लेकिन काउंसिल के चेयरमैन बृजेश पटेल ने कहा था कि जल्द मंजूरी मिल जाएगी।
मीटिंग में यूएई में किस मैदान पर मैच होंगे, फैंस को आने की अनुमति होगी या नहीं, यूएई से पहले क्या अहमदाबाद के मोटेरा में टीम इंडिया का कैंप लगेगा और खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नी या परिवार वाले जा सकेंगे या नहीं इन पर चर्चा होगी। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ियों को लेकर भी बात होगी। वहां कोरोना के मामले बढ़ने के बाद विदेश यात्रा पर बैन है। द.अफ्रीका के 10 खिलाड़ी लीग में खेलने वाले हैं। ऐसे में खिलाड़ी कैसे शामिल हो सकेंगे।
एसओपी मिलने के बाद ही टीमें ट्रेनिंग शेड्यूल तय करेंगी
गवर्निंग काउंसिल फ्रेंचाइजी के साथ एसओपी शेयर कर सकती है। क्योंकि इसके बिना टीमें ट्रेनिंग नहीं कर सकती हैं। चेन्नई सुपर किंग्स 12 अगस्त तक यूएई जाना चाहती है। बाकी टीमें भी लीग की तैयारी के लिए एक महीने का कैंप लगाना चाहती है। एक फ्रेंचाइजी ऑफिशियल ने बताया कि हमें उम्मीद है कि मीटिंग में हमें एसओपी बताया जाएगा। इसके बाद हम ट्रेनिंग शेड्यूल और यूएई जाने की तारीख तय करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के 30 खिलाड़ियों के लीग में शामिल होने पर पेंच फंसा
मीटिंग के एजेंडे में लॉजिस्टिक्स बड़ा मुद्दा है, क्योंकि इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली वनडे सीरीज आईपीएल शुरू होने से 3 दिन पहले यानी 16 सितंबर को खत्म होगी। लीग में ऑस्ट्रेलिया के 17 और इंग्लैंड के 13 खिलाड़ियों को हिस्सा लेना है। ऐसे में यह खिलाड़ी कैसे लीग में शामिल होंगे, यह साफ नहीं है।
खिलाड़ी बायो सिक्योर प्रोटोकॉल नहीं तोड़ सकेंगे
बीसीसीआई ने लीग के लिए जो स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) तैयार किया है। इसमें 14 दिन में खिलाड़ियों के 4 कोरोना टेस्ट होंगे। इसके अलावा ड्रेसिंग रूम में 15 से ज्यादा प्लेयर्स नहीं रहेंगे। खिलाड़ियों को ही नहीं, बल्कि उनकी पत्नी, गर्लफ्रेंड और फ्रेंचाइजी ओनर को भी बायो सिक्योर प्रोटोकॉल का पालन करना होगा।
किसी भी सूरत में इसे तोड़ने की इजाजत नहीं होगी। एक बार बायो सिक्योर बबल में आने के बाद कोई भी इससे बाहर जाकर दोबारा फिर टीम में शामिल नहीं हो पाएगा।
खिलाड़ियों की पत्नी या गर्लफ्रेंड के साथ जाने पर भी फैसला होगा
खिलाड़ियों के साथ उनकी पत्नी और गर्लफ्रेंड यूएई जाएंगी या नहीं यह फ्रेंचाइजी तय करेगी। बीसीसीआई इस मामले में दखलअंदाजी नहीं करेगा, लेकिन बीसीसीआई ने साफ किया है बायो सिक्योर प्रोटोकॉल सभी पर लागू होंगे। फिर चाहें टीम का बस ड्राइवर ही क्यों न हो, वह भी बायो सिक्योर बबल से बाहर नहीं जा सकेगा।