हरियाणा में चार अगस्त से खुलेंगे काॅलेज, शुरू होंगे दाखिले नई कक्षाओं के लिए दाखिला प्रक्रिया शुरू हो जाएगी
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इंजीनियरिंग डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्स में दाखिला श:पाॅलीटेक्निक में ऑनलाइन होंगे दाखिले,

इंजीनियरिंग डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्स में दाखिला श:पाॅलीटेक्निक में ऑनलाइन होंगे दाखिले, डिजी लॉकर से होगी प्रमाण पत्राें की जांच, 1 अगस्त से 7 सितंबर तक होंगे रजिस्ट्रेशन मंत्री विज ने की शुरुआत, बोले- छात्रों को संस्थान में आने की जरूरत नहींमंत्री अनिल विज ने शनिवार काे तकनीकी शिक्षा विभाग हरियाणा द्वारा इंजीनियरिंग डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्स के लिए शुरू की ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया की शुरुआत की। विभाग ने राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र हरियाणा की मदद से विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है। यह सॉफ्टवेयर ऑनलाइन प्रार्थना पत्र स्वीकार कर डिजीलॉकर से प्रमाणपत्रों का सत्यापन करेगा।

ऑटोमैटिक चैट बोर्ड की व्यवस्था भी है, जो उम्मीदवारों को फॉर्म भरते समय समस्याओं का समाधान बताएगा। 1 अगस्त से 7 सितंबर तक प्रदेशभर की राजकीय बहुतकनीकी संस्थान में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे। विभाग के डायरेक्टर केके कटारिया ने बताया कि ऑनलाइन काउंसिलिंग की प्रक्रिया देश में सर्वप्रथम हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा सत्र 2006-07 के दाखिलों में शुरू की थी।

अब नए सॉफ्टवेयर में प्रमाणपत्र सत्यापन की सुविधा है। इसके लिए डिजीलॉकर पर उम्मीदवारों द्वारा अपलोड किए प्रमाणपत्र का इस्तेमाल किया जाएगा। विभिन्न राज्यों के डिजीलॉकरों तक पहुंचकर उस राज्य के उम्मीदवारों के प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए अनुमति पत्र लिए हैं। इनके लिंक विभिन्न संस्थानों को उपलब्ध कराएंगे। इसका इस्तेमाल कर यह प्रक्रिया सरलता से पूर्ण की जा सकेगी। पहले आवेदक काे संस्थान में प्रमाणपत्र के सत्यापन के लिए आना पड़ता था, अब डिजीलाॅकर की मदद से प्रमाणपत्र का सत्यापन ऑनलाइन किया जाएगा।

इंजीनियरिंग की 13,131 और वोकेशनल डिप्लोमा की 810 सीटाें पर होंगे दाखिले
तकनीकी शिक्षा साेसाइटी की जाॅइंट डायरेक्टर पूनम प्रतिभा ने बताया कि हरियाणा में वर्तमान में 37 राजकीय बहुतकनीकी संस्थान हैं और 4 सहायता प्राप्त संस्थान हैं, जिनमें 36 ट्रेडों में डिप्लोमा उपलब्ध हैं। इन संस्थानों में इंजीनियरिंग डिप्लोमा की 13131 सीटें और वोकेशनल डिप्लोमा कोर्स की 810 सीटें हैं। जिन पर दाखिले होने हैं। इसके अतिरिक्त 151 स्व वित्तपोषित संस्थान भी हैं ,जहां इंजीनियरिंग डिप्लोमा की लगभग 26 हजार सीटें हैं।

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