रिसर्च:कोरोना मरीजों का इलाज करते-करते 1395 हेल्थ वर्कर हो गए पाॅजिटिव, 2915 स्टूडेंट भी हो चुके वायरस का शिकार स्वास्थ्य विभाग ने 31,332 कोरोनों के मरीजों पर की स्टडी, सामने आए चौंकाने वाले हालात
पुलिस समेत अन्य महकमों के 1635 कर्मचारी संक्रमितराज्य में न केवल आम और खास, बल्कि जनता को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने में जुटे स्वास्थ्य विभाग के साथ पुलिस और अन्य महकमों के कर्मचारी भी इससे बच नहीं पा रहे हैं। अस्पतालों में कोरोना मरीजों के इलाज के दौरान सीधे संपर्क में आने वाले स्वास्थ्य विभाग के 1395 कर्मचारी संक्रमित हो चुके हैं। यह कुल केसों का यह 4.45 प्रतिशत है। स्वास्थ्य विभाग ने 31,332 केसों की कैटेगिरी वाइज स्टडी की है।
सड़कों पर या कार्यालयों में जनता के काम करने वाले पुलिस और अन्य महकमों कर्मचारी भी संक्रमण से अछूते नहीं रहे हैं। राज्य में 1635 पुलिसकर्मी और सेना के जवान व अन्य कर्मचारी अब तक संक्रमित हो चुके हैं, जोकि स्टडी किए केसों का 5.21 प्रतिशत है। सरकार ने भले ही कोरोना संक्रमण के शुरुआती दौर में ही स्कूलों और कॉलेजों को बंद कर दिया था। इसके बावजूद प्रदेश में 2915 स्टूडेंट कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
घरों में कोरोना पहुंचा
कोरोना न केवल घरों से बाहर जाने वालों को संक्रमित कर रहा है, बल्कि गृहणियां भी संक्रमित हो रही हैं। परिवार के किसी एक आदमी के संक्रमित होने के बाद उसके घर में आने पर परिवार के अन्य लोग भी वायरस की चपेट में आ रहे हैं। यही वजह है कि स्वास्थ्य विभाग की स्टडी में सामने आया कि 4,382 गृहणियां कोरोना से संक्रमित हो चुकी हैं। यह कुल केसों का 13.98 प्रतिशत है।
प्राइवेट जॉब और व्यापारी सबसे ज्यादा 32.73 % संक्रमित
राज्य में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित यदि कोई हुआ है तो वह प्राइवेट जॉब और व्यापारी हैं। 31332 केसों में 32.74 प्रतिशत संख्या ऐसे ही लोगों की हैं। क्योंकि प्राइवेट जॉब में आदमी को हर दिन बाहर जाना पड़ता है। फील्ड की ड्यूटी रहती है। इसी प्रकार व्यापारी की भी अपने बिजनेस से संबंधित कार्यों के लिए घर से बाहर निकलना मजबूरी है। ऐसे लोगों में अब तक 10,260 कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं।