कोरोना का असर:14 साल में पहली बार रक्षाबंधन पर रोडवेज बसों में नि:शुल्क यात्रा नहीं कर पाएंगी बहनें भाई-बहन के सबसे बड़े त्योहार पर कोरोना का साइड इफेक्ट
सरकार ने सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के चलते लिया निर्णयरक्षा बंधन पर्व पर हरियाणा रोडवेज की बसों में इस बार बहनों को नि:शुल्क यात्रा की सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि काेरोना के केस प्रदेश में बढ़ने और केंद्र सरकार की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है। यदि पर्व पर बसों में फ्री यात्रा की इजाजत दी जाती है तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं हो पाएगा।
2006 से लगातार रक्षाबंधन की पूर्व संध्या से लेकर अगले दिन तक महिलाओं और बच्चों को सरकारी बसों में फ्री यात्रा का लाभ मिलता रहा है। तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर से इसकी शुरुआत कराई गई थी।
रोडवेज को 850 करोड़ रुपए से अधिक का घाटा
रोडवेज को कोरोना काल में 850 करोड़ से अधिक का घाटा हो चुका है। 52 की जगह महज 30 सीटों पर ही सवारियां लेकर रोडवेज की 1307 से अधिक बसें चल रही हैं। यूपी में रोडवेज की 44 बसें जा रही हैं, जबकि राजस्थान में 80 बसें चल रही हैं। पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश व जम्मू कश्मीर में बसें नहीं जा रही।