सरकार और राजभवन के बीच टकराव:गहलोत ने कहा- हम सोमवार से विधानसभा शुरू करना चाहते हैं, राज्यपाल का जवाब नहीं आया; जनता राजभवन को घेरने के लिए आ गई तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी। गहलोत बोले- अगर पूरी जनता राजभवन को घेरने के लिए आ गई तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी
राज्यपाल ने अभी तक नहीं दी विशेष सत्र बुलाने की मंजूरी, कल शाम सरकार ने राजभवन भेजी थी फाइल
राजस्थान की सियासी उठापटक में अब राजभवन की भी एंट्री हो गई। शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने होटल फेयरमोंट के बाहर मीडिया से बात की। उन्होंने इस दौरान राज्यपाल पर भी निशाना साधा। गहलोत ने कहा- हमने गुरुवार को राज्यपाल को पत्र भेजकर विधानसभा का सत्र बुलाने का निवेदन किया था। हमें उम्मीद थी कि रात को वह आदेश जारी कर देंगे। लेकिन अभी तक उनका कोई जवाब नहीं आया हैं। यह एक बेहद सामान्य प्रक्रिया है। राज्यपाल को आदेश देना पड़ता है। ऊपर से दबाव के कारण वे निर्देश नहीं दे रहे हैं।
गहलोत ने कहा- जब हम विधानसभा बुलाने के लिए तैयार हैं। राजस्थान की जनता परेशान है। राजस्थान की परंपरा सरकार गिराने की नहीं रही है। दुख इस बात का है कि अब तक राज्यपाल द्वारा विधानसभा का सत्र बुलाने का फैसला नहीं किया है। मैंने राज्यपाल से फोन पर भी बात की। उनसे कहा कि आपके पद की एक गरिमा है। जल्द फैसला कीजिए, वरना हम सभी विधायक आपके पास आकर अपील करेंगे। हम सोमवार से असेंबली शुरू करना चाहते हैं। किस प्रकार का दबाव उन पर है, वो जाने। हमारे पास स्पष्ट बहुमत है। सरकार हम चला रहे हैं। उसके बाद भी परेशान वो हो रहे हैं।
हमारे साथी हरियाणा में बंधक: गहलोत
गहलोत ने कहा कि हमारे साथी गुड़गांव में बंधक बनाए गए हैं। वो भाजपा की देखरेख में बंधक हैं। बाउंसर लगा रखे हैं। कुछ आना भी चाहते हैं। विधायकों के फोन आ रहे हैं। वह रो रहे हैं कि हमें यहां से छुड़वाओं। हरियाणा में भाजपा की सरकार है। पूरा खेल भाजपा की साजिश है। जैसा उन्होंने कर्नाटक और मध्यप्रदेश में किया था। वैसा ही अब राजस्थान में करना चाहते हैं।
हम सभी राजभवन जाएंगे
गहलोत ने कहा कि भाजपा जिस तरह की राजनीति कर रही है। सीबीआई, ईडी और आयकर भवन के छापे डाले जा रहे हैं। देश में ऐसा नंगा नाच कभी नहीं देखा। हम सभी आ रहे हैं राज्यपाल के पास राजभवन के अंदर। आप किसी से घबराए नहीं। राज्यपाल अपनी अंतरआत्मा के आधार पर फैसला करें। अगर पूरी जनता राजभवन को घेरने के लिए आ गई तो हमारी जिम्मेदारी नहीं होगी।