सरकार का गांवों में सफाई पर जोर:गांवों में कचरा प्रबंधन की संभावना तलाशने के सीएम मनोहर लाल ने दिए आदेश, बनाया जाएगा ओडीएफ प्लस पहले चरण में, स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम को आगे ले जाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में क्लस्टरों को चिह्नित किया जाएगा शहरों के साथ अब गांवों में भी सफाई पर जोर दिया जाएगा। इसके लिए घर-घर से कचरा उठाने की योजना शुरू की जा सकती है। सीएम मनोहर लाल ने सोमवार को अधिकारियों से कहा कि गांवों के विकास के लिए कचरा प्रबंधन की संभावनाएं तलाशी जाए। पहले चरण में, स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम को आगे ले जाने के लिए प्रत्येक ब्लॉक में क्लस्टरों को चिह्नित किया जाएगा। सीएम हरियाणा राज्य स्वच्छ भारत मिशन (एचएसएसबीएम) की शासी निकाय (गर्वनिंग बॉडी) की चौथी बैठक की अध्यक्षता करते प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने निर्देश दिए कि सरकारी विभागों के अलावा, गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) को भी राज्य के सभी गांवों में शुरू किए जा रहे कचरे के डोर-टू-डोर कलेक्शन के काम में जोड़ा जाना चाहिए। ग्राम स्तरीय समितियों का गठन किया जाना चाहिए जो सभी कार्यों की निगरानी करेंगी। उन्होंने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) चरण प्रथम के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई है, जिसे वर्ष 2020-21 से वर्ष 2024-25 तक लागू किया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य गांवों की ओडीएफ स्थिति को बनाए रखना और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के स्तर में सुधार करना है। गांवों को ओडीएफ प्लस बनाया जाएगा।
स्वच्छता में रोहतक को मिली एक स्टार रेटिंग
राज्य के सभी जिलों में हर महीने की 2 तारीख को प्लास्टिक कचरा संग्रहण किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिसके तहत प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़कों के निर्माण में उपयोग के लिए 110 टन प्लास्टिक कचरे को पीडब्ल्यूडी को सौंपा जाएगा। इसके अलावा, हिसार जिले में नयागांव परियोजना की तर्ज पर हर जिले में गोबरधन परियोजनाओं का निर्माण किया जाएगा, जो रसोई गैस की एक तिहाई कीमत पर घरेलू गैस कनेक्शन प्रदान करेगी।
बैठक में बताया गया कि स्वच्छ सर्वेक्षण, 2020 के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा कचरा मुक्त शहर के लिए नगर निगम करनाल को 3 स्टार और नगर निगम रोहतक को 1 स्टार रेटिंग से सम्मानित किया गया है।