गृह मंत्री अनिल विज का हालचाल जानने पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री रामूवालिया और गायक हरभजन मान कबूतरबाजी मामले में सरकार द्वारा नकेल कसने की सराहना की
अनिल विज बोले कबूतरबाजी मामले में लगातार हो रही फर्जी एजेंटों की गिरफ्तारियांहरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का हालचाल जानने रविवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया और मशहूर पंजाबी गायक हरभजन मान उनके निवास स्थान अम्बाला में पहुंचे। उन्होंने विज के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। बता दें कि बीते दिनों अनिल विज अपने घर के बाथरूम में फिसलकर गिर गए थे। जिसके बाद उनको फ्रैक्चर आ गया था। तभी से वे बेड पर हैं।
कबूतरबाजी पर नकेल कसने की सराहना की
इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री रामूवालिया ने हरियाणा मे कबूतरबाजी पर नकेल कसने के लिए एसआईटी गठित करने पर गृह मंत्री अनिल विज की सराहना की और आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि अपने राजनैतिक जीवन में उन्होंने पंजाब मे कबूतरबाजी के मामलों को उजागर करने और उचित कार्रवाई के लिए आवाज उठाई, लेकिन कई दशकों तक उनके प्रयासों के बावजूद पंजाब की सरकारों ने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा कि अनिल विज द्वारा हरियाणा में एसआईटी गठित कर कबूतरबाजी पर गहरी चोट की है, इससे कबूतरबाजों पर न केवल शिकंजा कसेगा बल्कि इस फैसले से प्रदेश के लाखों पीड़ित परिवारों को राहत व न्याय मिलेगा।
कबूतरबाजी में लगातार हो रही एजेंटों की गिरफ्तारियां
मंत्री अनिल विज ने कहा कि नवगठित एसआईटी ने गैर कानूनी तरीके से विदेशों में भेजने वाले और कबूतरबाजी में विभिन्न जिलों में करीब दो दर्जन से अधिक दर्ज मामलों में करीब अढ़ाई दर्जन आरोपी एजेंटो को गिरफ्तार किया है और उनके कब्जे से 35 लाख रुपये से अधिक की राशि बरामद की है। उन्होंने बताया कि इस एसआईटी की कमान करनाल रेंज की आईजी भारती अरोड़ा को दी है तथा इसमें 6 अन्य एसपी स्तर के अधिकारियों को शामिल किया गया है।
विज ने कहा कि सरकार द्वारा गठित एसआईटी गत वर्षो में दर्ज मामलों की भी जांच कर रही है। इसके तहत वर्ष 2018-19 में कुछ एजेंटों द्वारा हरियाणा के नौजवानों को अवैध रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका भेजा गया, जहां उन्हें पुलिस ने पकड़ लिया और जेल में डाल दिया। इसके काफी समय तक जेल में रहने के बाद अमेरिका सरकार ने उन्हें वापिस भारत डिपोर्ट कर दिया गया। इनकी शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए हरियाणा सरकार के आदेश पर पुलिस द्वारा ऐसे एजेंटों के खिलाफ कबूतरबाजी के 254 अभियोग दर्ज किये। इसके अलावा कबूतरबाजी के 156 नए मामले दर्ज किये है, इन सभी मामलों की जांच यही एसआईटी कर रही है।