मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम / सम्मान समारोह के दौरान सीएम ने कहा हमें चुनौतियों को अवसरों में बदलना चाहिए सीएम: इस साल बहुत कठिनाइयां अब तक आई हैं लेकिन इन सबके बावजूद हमें आगे बढ़ना हैराजधानी हरियाणा. सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हमें चुनौतियों को अवसरों में बदलना आना चाहिए और इसी सोच के साथ हमने राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए सिस्टम को पारदर्शी बनाने पर लगातार काम किया है जिसके तहत मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम को क्रियान्वित किया गया ताकि नई पहल, कदम शुरू करके राज्य की जनता को शीघ्र अति शीघ्र सरकारी सेवाएं मुहैया करवाई जा सकें।
मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी कार्यक्रम 2019-20 के सम्मान समारोह के दौरान कहा कि इस कार्यक्रम को शुरू हुए चार साल हो गए है, जोकि अब तक काफी सफल रहा है। हालांकि वर्ष-2020 अभी तक इतना सुखद नहीं रहा है और कोई न कोई समस्या व कठिनाइयां आ रही हैं। इस साल में कोरोना, भूंकप, चीन के साथ सीमा पर तनाव, टिड्डी दल का आना और चक्रवात इत्यादि ऐसी कठिनाइयां अब तक आई हैं लेकिन इन सबके बावजूद हमें आगे बढ़ना है।
फरीदाबाद में इंडियन ऑयल के दूसरे अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास केंद्र की डिजीटल के जरिए आधारशिला रखी
सीएम मनोहर लाल और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने डिजिटल माध्यम से फरीदाबाद जिले में इंडियन ऑयल के दूसरे अत्याधुनिक अनुसंधान और विकास केंद्र की आधारशिला रखी। इंडियन ऑयल टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट एवं डिप्लॉयमेंट केंद्र करीब 60 एकड़ में लगभग 2282 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा।सीएम ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की नई अनुसंधान इकाई को हरियाणा में स्थापित करने के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और आईओसी का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि देश के विकास में हरियाणा हमेशा से अग्रणी रहा है। राज्य न केवल कृषि क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि यह स्पोट्र्स हब के रूप में भी विकसित हो रहा है और हरियाणा ने औद्योगिक क्षेत्र विशेषकर ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में भी अपनी पहचान बनाई है।
शिक्षक को छात्रों के सर्वांगीण विकास पर बल देने का आह्वान
राजधानी हरियाणा | सीएम मनोहर लाल ने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे छात्रों को भविष्य के राष्ट्र निर्माता के रूप में तैयार करने में अपना बहुमूल्य योगदान देने के लिए आगे आएं। शिक्षा को केवल रीडिंग, राइटिंग, अर्थमैटिक तक सीमित न रख कर हर शिक्षक को अपने छात्रों के सर्वांगीण विकास पर बल देना चाहिए।
वे सोमवार को हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद द्वारा ऑनलाइन माध्यम से आयोजित ई-संगोष्ठी में संबोधित कर रहे थे। भारतीय शिक्षा मंडल के संगठन मंत्री मुकुल कानिटकर, विश्वविद्यालयों के कुलपति, महाविद्यालयों के प्राचार्य और शिक्षकों ने भी इस अवसर पर विचार सांझा किए।