राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 30 जून तक लॉकडाउन लगाने की मांग को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल की गई है. इस याचिका में कहा गया है कि देश की जनसंख्या के हिसाब से देखा जाए, तो दिल्ली में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में लॉकडाउन को खोले जाने से दिल्ली में स्थिति और ज्यादा बिगड़ सकती है.
शुक्रवार को इस याचिका पर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई होगी. इस याचिका में कहा गया कि दिल्ली सरकार खुद इस बात को कह रही है कि जुलाई तक दिल्ली में कोरोना के साढ़े पांच लाख मामले हो जाएंगे. इस वक्त लॉकडाउन को खत्म कर देना आम लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने के साथ-साथ उनकी जान को भी जोख़िम में डालने वाला है. इसके अलावा याचिका में कहा गया कि सरकार और पुलिस की तैयारियां लॉकडाउन खुलने के बाद उससे पैदा हुई स्थिति से निपटने लायक नहीं दिख रही हैं.
आपको बता दे कि जनहित याचिका में मिजोरम का उदहारण भी दिया गया कि 9 जून से मिजोरम में 14 दिन का लॉक डाउन किया गया है जबकि वहां कोरोना के केवल 88 केस हैं.
याचिका में दिल्ली सरकार को यह निर्देश देने की अपील की गई है कि वह चिकित्सकों, चिकित्सकीय विशेषज्ञों और महामारी रोग विशेषज्ञों की एक विशेषज्ञ समिति गठित करने पर विचार करें ताकि संक्रमण को काबू करने की योजना का डीटेल प्लानिंग तैयार किया जा सके. याचिकाकर्ताओं ने लॉकडाउन लागू किए जाने का अनुरोध करते हुए कहा है कि पहले लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान संक्रमण के मामले बढ़ने की दर कम थी.
याचिका में दावा किया गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में लोगों के आवागमन और सार्वजनिक परिवहन सेवा फिर से शुरू करने, धार्मिक स्थल, मॉल, रेस्तरां और होटल खोलने जैसी गतिविधियों की अनुमति देने से वायरस का संक्रमण तेजी से फैला है. इसके कारण कोरोना वायरस के रोजाना सामने आने वाले मामलों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. याचिका में अस्पतालों में पर्याप्त बिस्तरों, वेंटिलेटरों, आईसीयू वार्डों एवं जांच केंद्रों की कमी का भी दावा किया गया है….
Sath hi mang ki8 gayi hai ki लॉकडाउन दोबारा लगाने के साथ साथ दिल्ली में हवाई सफर को भी बंद किया जाना चाहिए. बाहर से आ रहे लोगों के चलते दिल्ली में कोरोना के संक्रमण और तेजी से बढ़ने की आशंका है. याचिका में कहा गया कि खुद दिल्ली सरकार यह कह रही है कि उसके पास सभी मरीजों को मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं हैं. खुद दिल्ली हाईकोर्ट सरकारी अस्पतालों में सरकारों की बदइंतजामी और मरीजों की परेशानियों को लेकर सवाल खड़ा कर चुका है. अस्पतालों में इलाज न मिल पाने के चलते दिल्ली में मरीजों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. दोबारा लॉकडाउन करने की मांग करने वाली यह याचिका वकील अंकित वर्मा द्वारा लगाई गई है. अब दिल्ली हाईकोर्ट इस याचिका पर 12 जून yaani aaj सुनवाई करने जा रहा है.\