दिल्ली एनसीआर में बुधवार शाम को मौसम ने करवट ली और कई इलाकों में तेज आंधी के बाद बारिश हुई। बारिश से लोगों को गर्मी से राहत मिली। दिल्ली-एनसीआर में सुबह मौसम साफ था लेकिन शाम होते होते मौसम का मिजाज बदल गया और तेज बारिश हुई। दिल्ली, नोएडा समेत कई इलाकों में तेज बारिश के बाद लोगों से राहत की सांस ली।
दिल्ली में बुधवार को तेज हवाएं चलने और बारिश होने से गर्मी से राहत मिली लेकिन इसके कारण शहर के कुछ हिस्सों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई और यातायात जाम हुआ। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में तेज हवाएं चलने से दिल्ली-नोएडा flyover पर एक बड़ा होर्डिंग गिर जाने से यातायात अवरुद्ध हुआ। इसी के साथ बारिश और तेज हवाओं के कारण दिल्ली के निजामुद्दीन ब्रिज पर लगे सौर ऊर्जा पैनल गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गए।शहर के कुछ और इलाकों में भी पेड़ गिरने की घटनाएं i saamne ayi दिल्ली पुलिस को पेड़ गिर जाने से यातायात बाधित होने के संबंध में 22 कॉल आयीं। अधिकारियों ने बताया कि धूल भरी आंधी और बारिश होने से सराय काले खां के पास एक पारेषण लाइन में गड़बड़ी आ गई जिससे दक्षिण दिल्ली के कुछ इलााकों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई। बिजली आपूर्ति कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि बिजली की आपूर्ति कुछ अन्य क्षत्रों में भी बाधित हुई क्योंकि बिजली के तार पेड़ की टहनियां गिरने की वजह से टूट गए।
दिल्ली स्थित IMD के क्षेत्रीय प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने पूर्वानुमान में कहा था कि 10 जून तक गर्मी की कोई संभावना नहीं है। इसके अलावा दक्षिण पश्चिमी हवा और पश्चिमी विक्षोभ के मिला-जुला असर से 10 जून तक तेज हवा के साथ हल्की बारिश होगी।
मौसम विभाग ने कहा कि बारिश एक बड़े क्षेत्र में बने कम दबाव के क्षेत्र के चलते हुई। मौसम विज्ञान विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली के कुछ हिस्सों में प्रति घंटे 50 किलोमीटर तक की रफ्तार से हवाएं चलीं और हल्की बारिश हुयी। मौसम विभाग ने कहा कि आंधी नोएडा और गाजियाबाद में अधिक थी। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट होने की संभावना है क्योंकि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण नमी वाली हवाओं के आने से 12 और 13 जून को दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में बारिश होगी।
वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि 15 जून तक राजधानी में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना नहीं है। सफदरजंग वेधशाला ने बारिश से पहले अधिकतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक 41.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। रविवार को वेधशाला ने अधिकतम तापमान 34.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया था जो कि सामान्य से पांच डिग्री कम था। पालम और आयानगर मौसम स्टेशनों ने अधिकतम तापमान क्रमशः43.6 डिग्री सेल्सियस और 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। मौसम विभाग ने बृहस्पतिवार शाम में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ हल्की बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान जताया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 40 डिग्री सेल्सियस और 26 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है।
आईएमडी ने कहा था कि इस साल उत्तर भारत में सामान्य से अधिक बारिश होगी, जबकि मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य बारिश होगी। बीते दिनों दिल्ली-एनसीआर में तेज गर्मी के बाद बारिश का जो सिलसिला चला उसके बाद से ही तापमान में तो गिरावट आई ही है तभी से बारिश का माहौल भी लगातार बना हुआ है। दक्षिण भारत में मॉनसून दस्तक दे चुका है। दो-तीन दिन में पूर्वोतर में भी मॉनसून की बारिश शुरू होने की संभावना है।