असम के तिनसुकिया जिले में स्थित बागजान तेल कुआं में मंगलवार (9 जून) को भीषण आग लग गई। कुएं से पिछले 14 दिन से अनियंत्रित तरीके से गैस का रिसाव हो रहा था। ऑयल इंडिया लिमिटेड के तेल कुएं में लगी आग इतनी भीषण है कि उसकी लपटें 30 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर से देखी जा सकती हैं, कई मीटर की ऊंचाई तक धुएं का गुब्बार उठ रहा है। 27 मई को हुए भीषण विस्फोट के बाद आज की घटना से आसपास की जैव विविधता को अच्छा-खासा नुकसान हुआ है। कुएं का आग बुझाने में जुटे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) का एक दमकलकर्मी बुरी तरह घायल हो गया है। ऑयल इंडिया का कहना है कि इस आग पर काबू पाने में चार hafte तक का वक्त लग सकता है।
हालात पर काबू पाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर मौजूद है। अब आस-पास की गांवों में आग फैलने और दो लोगों की मौत की खबरें आ रही हैं। दोनों शव बरामद कर लिए गए हैं। गौरतलब है कि इस कुएं से पिछले 14 दिनों से गैस का अनियंत्रित रिसाव हो रहा था। मंगलवार को आग लग गई। दोपहर बाद लगी आग इतनी भयंकर थी कि इसे दो किलोमीटर से अधिक की दूरी से देखा जा सकता था। सिंगापुर की फर्म अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल के तीन विशेषषज्ञ घटनास्थल पर ही थे, जब कुएं में आग लगी। उस समय कुएं से कुछ उपकरण निकाले जा रहे थे।
जानकारी के अनुसार रिसाव शुरू होने के साथ ही 700 परिवारों के 35,000 लोगों को तीन राहत शिविरों में भेज दिया गया था। पर्यावरण एवं वन मंत्री परिमल सुखाबैद्य ने कहा कि असम सरकार गैस कुएं में लगी आग को काबू करने की पूरी कोशिश कर रही है। स्थिति अब तक अनियंत्रित है। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने केंद्र सरकार के मंत्रियों से बात की है। असम सरकार आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रही है और अधिकारी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कहा कि आग आसपास के गांवों में फैल गई है।
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने घटना के संबंध में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से फोन पर बात कर आग को बुझाने में तत्काल मदद मांगी है। कुएं में आग उस वक्त लगी जब वहां सफाई अभियान चल रहा था। केन्द्र ने सोनोवाल को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है, उन्हें कहा गया है कि जरुरत पड़ने पर वायुसेना भी मदद के लिए तैयार है।
पर्यावरण एवं वन मंत्री परिमल सुखाबैद्य ने कहा, ‘घटना करीब 6 लोग घायल हुए हैं। आग आस-पास के गांवों में फैल गई। हम चिंतित हैं। ऑयल इंडिया लिमिटेड का कहना है कि 6-7 दिनों में स्थिति नियंत्रित हो जाएगी। हम स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।’
मुख्यमंत्री ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं, सेना और पुलिस अधिकारियों को घटनास्थल पर तैनात करने का निर्देश दिया है। उन्होंने जिला प्रशासन को भी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया और स्थानीय लोगों से na घबराने की अपील की। गुवाहाटी में पत्रकारों से बात करते हुए सोनोवाल ने कहा कि आग को नियंत्रित करने के साथ ही लोगों की जान और संपत्तियों को बचाने के लिए सभी उपाय किए जाएंगे।.