देश के दो राज्य शुक्रवार सुबह भूकंप के झटकों से हिल गए। झारखंड के जमशेदपुर और कर्नाटक के हम्पी में शुक्रवार की सुबह-सुबह भूकंप के हल्के झटके में महसूस किए गए. कर्नाटक में आए भूकंप की तीव्रता 4.0 तो झारखंड में 4.7 तीव्रता रही.हालांकि, भूकंप की तीव्रता कम थी, लेकिन फिर भी लोगों के बीच दहशत देखने को मिली। लोग डर के चलते घरों से बाहर निकल आए. अभी तक किसी प्रकार की अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है.
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, कनार्टक और झारखंड दोनों राज्यों में भूकंप एक ही समय पर आया, लेकिन की तीव्रता अलग-अलग रही है। कर्नाटक के हम्पी में सुबह 06:55 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। वहीं, झारखंड के जमशेदपुर में भी 06:55 बजे ही भूकंप के झटकों से लोग डर गए और घरों से बाहर निकल आए। भूंकप के बाद लोगों के दिलों में दहशत है। हालांकि, शहर में किसी भी तरीके के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
कोरोना वायरस संक्रमण के बीच देश की राजधानी समेत कई राज्यों में पिछले दिनों भूंकप आ चुका है। दिल्ली-एनसीआर के इलाके में बीते डेढ़ माह में करीब दस बार भूकंप आया। हालांकि, वैज्ञानिक डॉक्टर बीआर बंसल का कहना है कि दिल्ली में कोई खतरे की घंटी नहीं बजी है। लोगों को घबराने की जरूरत बिल्कुल नहीं है। उनके मुताबिक, अभी तक जितने भी भूकंप दिल्ली-एनसीआर इलाके में आए हैं वो रिक्टर स्केल पर काफी कम मांपे गए हैं। इसके अलावा ये भूकंप किसी एक जगह न आकर अलग-अलग जगह पर आए हैं। इनका केंद्र अलग-अलग है और इनका सोर्स जोन भी अलग था। यही वजह है कि वे इन भूकंपों को किसी बड़े भूकंप की आहट नहीं मानते हैं।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में 12, 13 और 16 अप्रैल को भूकंप के झटके लग चुके हैं. इसी तरह मई में भी भूकंप के झटकों के लगने का सिलसिला जारी रहा. 6, 10, 15 मई और 28 मई को दिल्ली-फरीदाबाद एनसीआर में झटके लगे. इसके बाद 29 मई को दो बार झटके लगे, जिसका केंद्र रोहतक रहा.