निसर्ग चक्रवात के महाराष्ट्र के अलीबाग के पास रायगढ़ जिले में टकराने के चलते वहां तबाही का मंजर देखने को मिला। कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ कर जमीन पर गिर गए। देर रात महाराष्ट्र सीएम ऑफिस ने बताया कि तूफान की वजह से दो लोगों की मौत हुई है। 120 किलोमीटरप्रति घंटा तक की रफ्तार से हवा चली और कई इलाकाें में जमकर बारिश हुई। अरब सागर में उठा तूफान दाेपहर 12:30 बजे रायगढ़ के अलीबाग में समुद्र तट से टकराया। यह इलाका मुंबई से 95 किमी दूर है।
राहत की बात यह रही कि मुंबई से 50 किमी पहले ही साइक्लोन ने समुद्र में रास्ता बदल लिया। इससे मुंबई में बड़ा नुकसान नहीं हुआ।सांताक्रूज में टीन शेड गिरने से परिवार के तीन लाेगों के घायल हाेने की सूचना है। तूफान के चलते मुंबई एयरपोर्ट पर एक विमान की लैंडिंग में भी दिक्कत आई थी, इसके बाद शाम 7 बजे तक वहां विमानों का ऑपरेशन रोका गया था।
अधिकारियों ने बताया कि Maharashtra me 85 बड़े पेड़ गिरे हैं जिनमें कुछ ने लोगों के घरों को भी क्षतिग्रस्त किया है जबकि 11 बिजली के खंभे को भी नुकसान हुआ है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल ने कहा कि जैसे ही हवा की रफ्ताम कम होती है टीम नुकसान का आकलन करेगी। अलीबाग में एक 53 वर्षीय व्यक्ति की बुधवार को उस वक्त मौत हो गई जब बिजला का खंभा ऊपर गिर गया। इधर, मुंबई में निसर्ग तूफान के खतरे को टलते देखने के बाद मुंबई एयरपोर्ट का ऑपरेशन 6 बजे शुरू करने का फैसला किया गया। पहले, इसे दोपहर ढाई बजे से 7 बजे तक बंद करने की घोषणा एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ से कई गई थी।
चक्रवात निसर्ग के महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से टकराने के बाद बुधवार की दोपहर तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। बारिश अभी भी हो रही है लेकिन हवा की रफ्तार मुंबई में कम हो गई है। ऐसा माना जा रहा हैं कि मुंबई में निसर्ग तूफान से जिस तरह के खतरे का अंदेशा था वह टल गया है। हालांकि, रातभर तेज बारिश हो सकती है। इससे पहले, दिन में हवा की स्पीड 120 से 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। वर्ली-सी लिंक को बंद कर दिया गया।
रायगढ़ की जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने कहा कि चक्रवात से रायगढ़ से 87 किलोमीटर दूर श्रीवर्धन का दिवे आगर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। कलेक्टर ने कहा, ”तेज हवाओं से श्रीवर्धन और अलीबाग में कई पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं। निसर्ग ने गुजरात के दक्षिणी तट पर कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार गुजरात सरकार ने आठ जिलों के तटीय क्षेत्रों के 63,700 से अधिक लोगों सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया था। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 18 टीमों और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की छह टीमों को बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया था. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवात के मुंबई से 95 किलोमीटर दूर अलीबाग के पास पहुंचने की प्रक्रिया करीब साढ़े 12 बजे आरंभ हो गई थी।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से चक्रवात sew hue तबाही के कारण लोगों की मदद करने का आग्रह किया। समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार पवार ने एक बयान में कहा कि चक्रवात ने सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है और एनसीपी कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे इस घटना से प्रभावित लोगों की मदद करें।
Vahi गुजरात मौसम विभाग के निदेशक जयंत सरकार ने कहा कि गुजरात में निसर्ग चक्रवाती तूफान के ज़्यादा प्रभाव की उम्मीद नहीं है। आज के दिन ही प्रमुख प्रभाव रहेगा, वो भी महाराष्ट्र और उससे सटे हुए दक्षिणी गुजरात के ज़िलों तक सीमित रहेगा।