आइये आपको बात दे की अमेरिका के कैलिफोर्निया की एक बायोटेक कंपनी का कहना है कि इसकी प्रायोगिक दवा रेमेडीसिविर को कोविड-19 से मामूली रूप से बीमार, अस्पताल में भर्ती मरीजों को पांच दिन तक देने पर लक्षणों में सुधार देखा गया है। गिलेड साइंसेज ने सोमवार (1 जून) को कुछ विवरण दिया, लेकिन कहा कि पूर्ण नतीजे मेडिकल जर्नल में जल्द प्रकाशित किए जाएंगे। प्रयोगों में रेमेडीसिविर एक ऐसी दवा के रूप सें उभरी है जिससे इस कोरोना वायरस की लाइलाज बीमारी से लड़ने में मदद की उम्मीद जगी है।
(WHO)राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान की अगुवाई में एक बड़ा अध्ययन किया गया था जिसमें पाया गया कि यह दवा गंभीर रुप से बीमार अस्पताल में भर्ती मरीजों के ठीक होने की औसत अवधि को कम करती है। यह दवाई ठीक होने के दिनों को 15 से घटाकर 11 दिन करती है। आपको बात दे की यह दवा इंजेक्शन के जरिए नस में डाली जाती है। जापान में कोविड-19 के मरीजों का इलाज करने के लिए इसे स्वीकृति दी गई है। अमेरिका में भी इसे कुछ मरीजों को आपात स्थिति में देने की इजाजत दी गई है। इन सब बातो को (WHO) के मद्देनजर किया जा रहा है |