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रसोई गैस महंगी होने के बाद राजधानी दिल्ली में CNG गैस की कीमत बढ़ी

कोरोना संक्रमण के चलते देश की थम चुकी रफ्तार को दोबारा गति देने के लिए सरकार ने 1 जून से कई चीजों में रियायत दी है। रसोई गैस महंगी होने के बाद राजधानी दिल्ली में CNG गैस की कीमत भी बढ़ गई है। देश में आर्थिक गतिविधियों को गति देने के बीच सरकार ने ये कदम उठाया है। दिल्ली में जहां सीएनजी के दामों में 1 रुपए की बढ़ोतरी की गई है, वहीं नोएडा, ग्रेटर नोएडा और करनाल में भी इसके दाम में 1 रुपए का इजाफा किया गया है। रेवाड़ी में भी इसकी कीमत में बदलाव हुआ है। दिल्ली में अब सीएनजी का दाम 43 रुपए होगा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा में अब यह 47.75 से बढ़कर 48.75 रुपए में मिलेगी।
नई कीमत 2 जून से लागू होगी। पीएनजी गैस की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। अप्रैल महीने में डिमांड में आई भारी गिरावट के कारण सीएनजी 3.2 रुपये प्रति किलोग्राम और पीएनजी 1.55 रुपये प्रति किलोग्राम सस्ता हुआ था।
यह वृद्धि गैस स्टेशनों को कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर सुरक्षित बनाने के अतिरिक्त खर्च को लेकर है। वाहनों के लिये CNG और रसोइयों में पाइप से प्राकृतिक गैस (PNG) की आपूर्ति करने वाली कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड ने सोमवार को ट्वीट के माध्यम से बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सीएनजी की कीमत 42 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 43 रुपये किलोग्राम कर दी गई।
कंपनी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में सीएनजी खुदरा मूल्य को 47.75 रुपये प्रति किलो से बढ़ाकर 48.75 रुपये प्रति किलोग्राम किया जा रहा है। हरियाणा के करनाल जिले में सीएनजी की दर 50.85 रुपये प्रति किलोग्राम और रेवाड़ी में 55.1 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।’
इससे पहले LPG सिलिंडर महंगा हो गया था। दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर 11.50 रुपये महंगा होकर अब 593 रुपये में मिलेगा। कीमतों में बढ़ोतरी का फैसला लागू हो गया है। पिछले महीने जब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमत घटी थी, तब घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में उल्लेखनीय कमी हुई थी। दिल्ली में तब रसोई गैस प्रति सिलेंडर रिफिल की कीमत 744 रुपये से घटाकर 581.50 रुपये कर दिए गए थे।
पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया था। उसके बाद पेट्रोलियम की डिमांड में 90 फीसदी तक की गिरावट आ गई थी। चौथे चरण के लॉकडाउन से आंशिक राहत मिली और एक जून से अनलॉक-1 की शुरुआत हुई है। फिलहाल मांग में उतनी तेजी नहीं है।
कोरोना के चलते किए गए लॉकडाउन ने देश के कई राज्यों की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया। बिगड़ी आर्थिक स्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई राज्य सरकारों के पास तो कर्मचारियों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं बचे थे।
ऐसे में कई राज्यों ने अपना खजाना भरने के लिए पेट्रोल और डीजल पर कर लगाया है। जम्मू कश्मीर, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली की सरकार ने बीते हफ्ते ही 1 जून से पेट्रोल की दरें बढ़ाने की घोषणा की थी। वहीं सोमवार को महाराष्ट्र सरकार ने भी इसमें बढ़ोतरी कर दी।

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