केंद्र की तर्ज पर हरियाणा सरकार ने राज्य में अनलॉक-1 लागू का फैसला
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कोरोना लॉकडाउन के बीच दिल्लीवालों को परेशानी का सामना करना पड़ा

कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच दिल्लीवालों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कोरोना लॉकडाउन 4.0 अब खत्म हो चुका है। केंद्र सरकार ने राज्य की सीमाओं को खोलने का आदेश भी दिया है। लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन ने फिलहाल गाजियाबाद और नोएडा की सीमाओं को सील ही रखने का फैसला किया है। नौकरी या जरूरी काम के लिए उत्तर प्रदेश और हरियाणा में एंट्री मिलना जैसे टेढ़ी खीर हो गया। फिलहाल नोएडा के बॉर्डर सील रहेंगे लेकिन गुड़गांव की सीमा दिल्ली के लिए खुल जाएगी।
रविवार देर रात सरकार ने हरियाणा की सभी सीमाओं (गुड़गांव और फरीदाबाद भी) को खोलने का निर्णय लिया है। अब कोई भी गुड़गांव से दिल्ली या अन्य क्षेत्रों में बेरोक-टोक यात्रा कर सकेगा। ऐसे में गुड़गांव नौकरी करने आने वाले लोगों को बड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन सरकार के बॉर्डर खोलने के आदेश से डीसी अमित खत्री ने इंकार किया है। उनका कहना है कि अभी गाइडलाइंस नहीं आई हैं। ऐसे में पुराने आदेश ही प्रभावी रहेंगे। गाइडलाइंस आते ही बॉर्डर खुल सकते हैं। फिलहाल पास से ही एंट्री हो रही है
दूसरी तरफ उत्तर सरकार ने कहा है कि नोएडा और गाजियाबाद बॉर्डर अभी सील रहेंगे। सरकार ने बॉर्डर खोलने का फैसला गाजियाबाद व गौतमबुद्ध नगर के डीएम पर छोड़ा था। फिलहाल गाजियाबाद के डीएम ने दिल्ली से लगी गाजियाबाद की सीमाओं को नहीं खोलने का फैसला किया है। डीएम डॉ. अजय शंकर पांडेय ने बताया कि शासन की तरफ से आई गाइडलाइंस का अध्ययन किया गया है। अभी बॉर्डर पर पहले की तरह ही नियम लागू होंगे। यानी सिर्फ पास वालों व जरूरी सेवाओं से जुड़े लोगों को ही एंट्री दी जाएगी। आगे बॉर्डर को खोलना है या नहीं, इसके लिए जल्द पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक करके फैसला लिया
लॉकडाउन-4 खत्म होने के बाद आज से अनलॉक-1 शुरू हो रहा है लेकिन दिल्ली बॉर्डर अभी लॉक ही रहेगा। जिला प्रशासन की गाइडलाइंस के अनुसार दिल्ली बॉर्डर पर पब्लिक के आने जाने में कोई रियायत नहीं दी गई है। यहां पहले की तरह ही यथास्थिति बनी रहेगी। केवल ई-पास वाले लोग ही आ जा कर सकेंगे। जिला प्रशासन का तर्क है कि नोएडा में कोरोना के 42 प्रतिशत मामले दिल्ली की वजह से बढ़े हैं इसलिए बॉर्डर को अभी पहले की तरह ही बंद रखा जाएगा।

बता दें कि शासन ने अपनी गाइडलाइंस में कहा है कि दिल्ली के कंटेनमेंट जोन से लोगों का आना जाना नोएडा-गाजियाबाद के लिए प्रतिबंधित रहेगा लेकिन अन्य यातायात के लिए बॉर्डर पर प्रतिबंध लगाने या खोलने का फैसला जिला प्रशासन अपनी जरूरत के अनुसार ले सकता है। वहीं जिला प्रशासन ने भी देर शाम स्पष्ट कर दिया कि अभी बॉर्डर अनलॉक नहीं होंगे।

सभी सरकारी दफ्तरों में अब फुल स्टाफ काम कर सकेगा। इसके लिए शासन ने तीन पालियों में कुछ घंटों का अंतर रखते हुए काम करने की अनुमति दी है। नोएडा के सरकारी दफ्तरों में तमाम स्टाफ दिल्ली से आता है और दिल्ली के सरकारी दफ्तरों में नोएडा से जाता है। इसके चलते आज सुबह ऑफिस टाइम पर पहले से ज्यादा भी देखने को मिल सकती है।

लॉकडाउन-4 के तहत जिला प्रशासन ने दिल्ली बॉर्डर को खोलने या न खोलने के लिए पूरा वक्त यह कह कर निकाल दिया कि इस मुद्दे पर शासन से गाइडलाइन मांगी गई हैं। वहीं अब शासन ने इस मुद्दे पर फैसला लेने का अधिकार जिला प्रशासन को दे दिया है। रोजाना हजारों लोग सुबह शाम दिल्ली बॉर्डर पर परेशान हो रहे हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन ने इस मामले में कोई रियायत नहीं दी है।

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