आख़िरकार समझ में नहीं आता है की ये लोग जो दिल्ली जैसे प्रदेश के मुख्यमंत्री होने के बाद क्यों इस टाइप की झूटी कहानी करते है | दिल्ली मे विज्ञापन और प्रेस के माध्यम से दिल्ली की जनता से मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल हॉस्पिटलो मे 30,000 बिस्तर होने का दावा कर रहे है ! लेकिन माननीय हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति कुमारी हिमा कोहली और श्री सुब्रोम्नियम प्रसाद जी की कोर्ट में दिल्ली सरकार के अधिवक्ता अनुज अग्रवाल ने हितेश भरद्वाज की PIL में अधिवक्ता डॉ एन प्रदीप शर्मा एव श्री हर्ष के शर्मा के प्रशनो के उत्तर में जवाब दिया कि दिल्ली में ‘COVID-19 से लड़ने के लिए केवल 3150 बिस्तर ही उपलब्ध है जिसमे दिल्ली सरकार के हॉस्पिटल और प्राइवेट हॉस्पिटल भी सम्मलित है !
माननीय कोर्ट ने आदेश दिया कि भारत सरकार / दिल्ली सरकार कोविद-19 के मरीजो की बढती संख्या के अनुपात में बिस्तर /BED और जाँच की व्यवस्था करे !